नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को राष्ट्रपति भवन में 17 बच्चों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया। इस बार 14 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के 17 बच्चों को इस पुरस्कार के लिए चुना गया था। इनमें 7 लड़के और 10 लड़कियां शामिल हैं। आज गुरुवार को दिल्ली के भारत मंडपम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने यह पुरस्कार प्रदान किया। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली में प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2024 से सम्मानित बच्चों से मुलाकात की। उन्होंने बच्चों को खूब सारी बातें कर उनका हालचाल भी जाना।
प्रधानमंत्री मोदी ने बाल पुरस्कार विजेताओं से कर उन्हें ऑटोग्रॉफ भी दिया। इसके साथ ही बाल पुरस्कार पाने वाले लगभग सभी बच्चों ने पीएम मोदी से बातचीत की है। प्रधानमंत्री बाल पुरस्कार पिछले साल 2023 में 11 बच्चों को दिया गया था।
जिग्नेश व्यास को कंठस्थ हैं 200 संस्कृत श्लोक
गुजरात के अहमदाबाद के ओम जिग्नेश व्यास को भी प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार प्रदान किया। व्यास दिव्यांग हैं, कला और संस्कृति के क्षेत्र में उन्हें यह पुरस्कार मिला है। व्यास को 2000 संस्कृत श्लोक कंठस्थ हैं। इसमें सुंदरकांड और गीता श्लोक शामिल हैं।प्रधानमंत्री मोदी भी ओम जिग्नेश व्यास की प्रशंसा कर चुके हैं।आज दिल्ली के भारत मंडपम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने यह पुरस्कार प्रदान किया।
किन बच्चों को और क्या मिलता है पुरस्कार में?
प्रधानमंत्री बाल पुरस्कार की शुरुआत साल 1996 में हुई थी। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार के लिए बच्चों को सिलेक्ट करती है।जिन बच्चों की उम्र 5 साल से 18 साल के बीच हो, उन्हें ये पुरस्कार दिया जाता है। ये पुरस्कार जीतने वाले बच्चों को सर्टिफिकेट के साथ एक लाख रुपये की राशि भी दी जाती है।
इन कैटेगरी में मिलता है पुरस्कार
प्रधानमंत्री बाल पुरस्कार पहले 6 कैटेगरी में दिया जाता था जिसे अब बढ़ाकर 7 कर दिया है। ये पुरस्कार अब कला और संस्कृति, बहादुरी, नवाचार (इनोवेशन), शैक्षणिक, सामाजिक सेवा और खेल में मिलता है।इसमें अब साइंस और टेक्नोलॉजी को भी शामिल किया गया है।