वॉशिंगटन, एजेंसी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को ऐलान किया कि चीन, कनाडा और मैक्सिको के समान पर टैरिफ लगाया जाएगा। इसके बाद चीन ने भी अमेरिका को जवाब देने की पूरी तैयारी कर ली है, चीनी वाणिज्य मंत्रालय ने मंगलवार को ट्रंप के फैसले का विरोध जताया और कहा कि इन जवाबी उपायों का उद्देश्य उसके अधिकारों और हितों की रक्षा करना है।
जिसके बाद लग रहा है, अधिकारिक तौर पर ट्रेड वार की शुरुआत हो गई है और अब जवाबी हमला चीन की ओर से होना हैं। ट्रंप ने कनाडा और मैक्सिको पर भी टैरिफ लगाया है, जानकार मान रहे हैं कि ट्रंप के ऐसा करने से अमेरिका में महंगाई बढ़ सकती है। फरवरी में ट्रंप ने चीन से आयात पर 10 फीसद टैरिफ लगाया था। उन्होंने सोमवार को फिर से जोर दिया कि आज यह दर दोगुनी होकर 20 फीसद हो जाएगी।
चीन ने जताया विरोध
ट्रंप के इस फैसले का चीन ने विरोध जताया है, चीन के अधिकारिक बयान में बयान में कहा गया, “चीन इससे पूरी तरह असंतुष्ट है और इसका दृढ़ता से विरोध करता है और अपने अधिकारों और हितों की रक्षा के लिए जवाबी कदम उठाएगा।”
रॉयटर्स को दिए इंटरव्यू में चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने कहा कि वाशिंगटन ने टैरिफ दबाव और ब्लैकमेल पर जोर देने के लिए फेंटेनाइल मुद्दे का इस्तेमाल किया है। उन्होंने कहा, “इससे मादक पदार्थ नियंत्रण के क्षेत्र में दोनों पक्षों के बीच वार्ता और सहयोग पर गंभीर प्रभाव, दबाव, दबाव और खतरा पैदा हो गया है।” उन्होंने चेतावनी दी कि इसका विपरीत असर होगा।
ट्रंप के आने ट्रेड युद्ध
पिछले कुछ सालों में चीनी बाजार में कृषि उत्पादों के अमेरिकी निर्यात में गिरावट आई है , खास तौर पर ट्रंप के पहले कार्यकाल के बाद। चीन से आयात पर टैरिफ उपभोक्ता वस्तुओं की कीमतों को बढ़ा सकता है, जिससे इंफ्लेशन पर लगाम लगाने के ट्रंप के चुनावी वादे को धक्का लग सकता है। ट्रंप का अगर ऐसा ही रवैया रहा तो ये दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के बीच व्यापार युद्ध की शकल ले सकता है। जिसका असर पूरी दुनिया के बाजारों पर पड़ेगा।