नई दिल्ली, एजेंसी। प्रधानमंत्री मोदी गुरुवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे, जहां उन्होंने मॉरीशस के प्रधानमंत्री नवीनचंद्र रामगुलाम से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की द्विपक्षीय वार्ता हुई जिसमें आर्थिक सहयोग और पर्यटन जैसे कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई। पीएम मोदी ने मॉरीशस और भारत के संबंधों पर बात करते हुए कहा कि हमारी संस्कृति और परंपराएं सदियों पहले भारत से मॉरीशस पहुंचीं और वहां की जीवन पद्धति में रच-बस गईं।
द्विपक्षीय वार्ता से पहले पीएम मोदी और मॉरीशस के प्रधानमंत्री डॉ नवीनचंद्र रामगुलाम की उपस्थिति में वाराणसी में भारत और मॉरीशस के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। वाराणसी की धरती पर नवीनचंद्र रामगुलाम का स्वागत करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘यह मेरे लिए गर्व की बात है कि मुझे अपने संसदीय क्षेत्र में आपका स्वागत करने का अवसर मिल रहा है। अनादि काल से काशी भारत की सभ्यता और सांस्कृतिक आत्मा का प्रतीक रही है।’
भारत-मॉरीशस पार्टनर नहीं, बल्कि एक परिवार है-PM मोदी
पीएम मोदी ने आगे कहा, ‘हमारी संस्कृति और परंपराएं सदियों पहले भारत से मॉरीशस पहुंचीं और वहां की जीवन पद्धति में रच-बस गईं। काशी में मां गंगा की अविरल धारा की तरह, भारतीय संस्कृति का अविरल प्रवाह मॉरीशस को समृद्ध करता रहा है और आज, जब हम मॉरीशस के साथियों का काशी में स्वागत कर रहे हैं, तो यह केवल एक औपचारिकता नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक मिलन है। इसलिए मैं गर्व से कहता हूं कि भारत और मॉरीशस सिर्फ पार्टनर नहीं बल्कि एक परिवार है।
मॉरीशस और भारत के बीच अहम समझौता
मॉरीशस और भारत के बीच हुए समझौते की जानकारी देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘भारत के बाहर पहला जन औषधि केंद्र अब मॉरीशस में स्थापित किया गया है। आज हमने फैसला किया है कि भारत मॉरीशस में आयुष उत्कृष्टता केंद्र, 500 बिस्तरों वाले सर शिवसागर रामगुलाम राष्ट्रीय (SSRN) अस्पताल और पशु चिकित्सा विद्यालय तथा पशु अस्पताल के निर्माण में सहयोग देगा। हम चागोस समुद्री संरक्षित क्षेत्र, एसएसआर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के एटीसी टावर और राजमार्ग एवं रिंग रोड के विस्तार जैसी परियोजनाओं को भी आगे बढ़ाएंगे। यह पैकेज सहायता नहीं है। यह हमारे साझा भविष्य में एक निवेश है। पिछले साल मॉरीशस में UPI और RuPay कार्ड लॉन्च किए गए थे। अब हम स्थानीय मुद्रा में व्यापार को सक्षम बनाने की दिशा में काम करेंगे।’