नई दिल्ली, एजेंसी। भूटान के दो दिवसीय दौरे से लौटते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को सीधे लोक नायक जयप्रकाश नारायण (LNJP) अस्पताल पहुँचे, जहाँ उन्होंने हाल ही में हुए दिल्ली धमाके में घायल लोगों से मुलाकात की। प्रधानमंत्री ने घायलों का हाल जाना, उनसे बातचीत की और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। उन्होंने अस्पताल में मौजूद डॉक्टरों और वरिष्ठ अधिकारियों से इलाज और पीड़ितों की स्थिति के बारे में जानकारी ली।
सोमवार शाम लाल क़िला मेट्रो स्टेशन के पास एक हुंडई i20 कार में हुए शक्तिशाली विस्फोट में आठ लोगों की मौत हो गई थी और कई अन्य घायल हुए थे। शुरुआती पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सामने आया है कि पीड़ितों के सिर, छाती और ऊपरी शरीर पर गंभीर चोटें आईं।
धमाके की तीव्रता इतनी अधिक थी कि उससे फेफड़ों, कानों और आंतरिक अंगों को गहरी क्षति पहुँची। कई पीड़ितों के ईयरड्रम और फेफड़े फट गए, जबकि मौत का प्रमुख कारण गहरे घाव और अत्यधिक रक्तस्राव बताया गया है। विस्फोट की ताकत से कई लोग दीवारों या ज़मीन से जा टकराए। पोस्टमॉर्टम जांच में कपड़ों या शरीर पर कोई छर्रे नहीं मिले, जिससे अनुमान है कि धमाके में इस्तेमाल विस्फोटक उच्च तीव्रता का था। इसकी प्रकृति का निर्धारण फॉरेंसिक जांच से किया जाएगा।
इस बीच, फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) ने बुधवार को मुख्य संदिग्ध डॉ. उमर उन नबी की मां के डीएनए नमूने लिए हैं। जांच एजेंसियों के मुताबिक, डॉ. उमर उस हुंडई i20 कार को चला रहे थे जिसमें 10 नवंबर को लाल क़िले के पास धमाका हुआ था। इस घटना में आठ लोगों की मौत हो गई थी और कई घायल हुए थे।
राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) ने इस मामले की जांच के लिए एक विशेष और समर्पित टीम गठित की है। एजेंसी के सूत्रों का कहना है कि यह विस्फोट जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े एक सफेदपोश आतंकी मॉड्यूल द्वारा अंजाम दिया गया, जिसका हाल ही में भारतीय एजेंसियों ने पर्दाफाश किया है।
टीम पुलिस अधीक्षक (SP) और उससे वरिष्ठ अधिकारियों की निगरानी में कार्य करेगी, ताकि जांच समन्वित और गहराई से की जा सके। यह कदम गृह मंत्रालय द्वारा मंगलवार को जांच औपचारिक रूप से एनआईए को सौंपे जाने के बाद उठाया गया है, क्योंकि प्रारंभिक जांच में इस विस्फोट के पीछे आतंकी साजिश की आशंका जताई गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस घटना पर उच्चस्तरीय समीक्षा के लिए कैबिनेट कमिटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की बैठक की अध्यक्षता भी करेंगे, जिसमें दिल्ली धमाके और राष्ट्रीय सुरक्षा की स्थिति पर विस्तार से चर्चा की जाएगी।

