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14 Dec 2025, Sun

दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का कहर: लोगों के लिए सांस लेना मुश्किल, एक्यूआई 300 के पार

नई दिल्ली। दिल्ली एनसीआर के लोगों को बीते दो महीने से सांस लेने के लिए साफ हवा नसीब न हो रखी है। दिल्ली एनसीआर के लोग प्रदूषित हवा में सांस लेने को मजबूर हैं। प्रदूषण की रोकथाम को लेकर तमाम कोशिश ऑन दिल्ली एनसीआर में होती तो दिखाई दे रही है लेकिन धरातल पर इन तमाम कोशिशें का कोई असर नहीं दिखाई दे रहा है। दिल्ली एनसीआर का एयर क्वालिटी इंडेक्स जस का तस बना हुआ है। दिल्ली एनसीआर में हवा में घुल रहे प्रदूषण को लेकर आए दिन धरने और प्रदर्शन भी देखे जा रहे हैं। लेकिन प्रदूषण की रोकथाम को लेकर दिल्ली एनसीआर में सरकारों के पास कोई ठोस रणनीति नहीं है। प्रदूषण की रोकथाम को लेकर अस्थाई समाधान तो तलाशी जा रहे हैं लेकिन अभी तक कोई स्थाई समाधान को लेकर कदम उठाते हुए नहीं दिखाई दिए हैं। फ़िलहाल, दिल्ली एनसीआर का एयर क्वालिटी इंडेक्स 300 के पार बना हुआ है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का साफ कहना है कि यदि एयर क्वालिटी इंडेक्स 300 के बाहर पहुंचता है तो खुली हवा में लंबे समय तक सांस लेने से सांस संबंधित बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। केवल दिल्ली ही नहीं बल्कि नोएडा गाजियाबाद और ग्रेटर नोएडा की हवा की हालत भी बेहद खराब है। वहीं, आने वाले दिनों में भी प्रदूषण कम होने की कोई उम्मीद नजर नहीं आ रही है। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में ठंड बढ़ने और हवा की रफ्तार सुस्त होने से एयर क्वालिटी इंडेक्स में और इजाफा होने की संभावना बनी हुई है। कुल मिलाकर दिल्ली एनसीआर के लोगों के लिए अब प्रदूषण आफत बन चुका है। दिल्ली एनसीआर के लोगों के लिए प्रदूषण के साथ जीने के अलावा कोई और विकल्प मौजूद नहीं है। बढ़ते प्रदूषण के चलते अस्पतालों में सांस और आंखों में जलन के मरीजों की संख्या में भी इजाफा देखा जा रहा है। हाल ही में गाजियाबाद स्वास्थ्य विभाग द्वारा बढ़ती प्रदूषण को लेकर हेल्थ एडवाइजरी भी जारी की गई थी। एडवाइजरी में साफ कहा गया था कि घर से बाहर निकलने पर मास्क का जरूर प्रयोग करें।
बढ़ती प्रदूषण के चलते बच्चों और बुजुर्गों को सबसे अधिक समस्या का सामना करना पड़ रहा है। बच्चों को सुबह स्कूल जाते वक्त आंखों में जलन और सांस में भारीपन का एहसास होता है। घर में बुजुर्ग प्रदूषण से काफी परेशान है। घर के बुजुर्ग पहले सुबह और शाम के वक्त टहलने जाते थे लेकिन जब से प्रदूषण का कर शुरू हुआ है। बुजुर्ग घर में ही कैद है। सड़कों पर उड़ रही धूल भी प्रदूषण बढ़ाने में अहम भूमिका निभा रही है। प्रदूषण की रोकथाम को लेकर सरकार के साथ-साथ प्रत्येक व्यक्ति को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी। हमें अभी से जागरूक होना पड़ेगा और भविष्य के लिए पेड़ लगाने होंगे। प्रदूषण की रोकथाम को लेकर स्थाई समाधान करना बेहद आवश्यक हो चुका है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा दिल्ली एनसीआर के सभी इलाकों का एयर क्वालिटी इंडेक्स का डाटा जारी किया जाता है। यहां से आप अपने क्षेत्र के प्रदूषण के हालात देख सकते हैं।

By Aryavartkranti Bureau

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