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1 Jun 2025, Sun

अल्लू के बाद रश्मिका मंदाना ने साझा किया ‘पुष्पा 2’ को लेकर भावुक पोस्ट, पुष्पा 3 को लेकर दी हिंट?

पुष्पा 2: द रूल 5 दिसंबर को बड़े पर्दे पर रिलीज के लिए तैयार है। रिलीज से कुछ दिन पहले ही स्टार कास्ट ने फिल्म की शूटिंग पूरी कर ली है। इसके बाद, उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर भावनात्मक नोट लिखकर सेट पर अपने पांच साल के सफर को अलविदा कहा। रश्मिका मंदाना ने भी शूटिंग के आखिरी दिन के बारे में अपनी भावनाएं साझा कीं।
रश्मिका ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरीज पर एक लंबा ‘डियर डायरी’ नोट लिखा और बताया कि 25 नवंबर का दिन उनके लिए कितना भारी था। रश्मिका ने बताया कि पूरे दिन की शूटिंग के बाद, वह एक समारोह के लिए चेन्नई गईं और फिर उसी रात हैदराबाद लौट आईं। केवल कुछ घंटे की नींद लेने के बाद, वह पुष्पा 2 की शूटिंग के अपने आखिरी दिन के लिए दौड़ पड़ीं।
रश्मिका ने पुष्पा 3 के बारे में भी संकेत दिया और लिखा, ‘7/8 वर्षों में से, पिछले 5 साल इस सेट पर रहने से यह सेट लगभग इंडस्ट्री में मेरा घर बन गया था और आखिरकार यह मेरा आखिरी दिन था… बेशक अभी भी बहुत काम बाकी है और जाहिर तौर पर इसका भाग 3 भी आना है, लेकिन यह अलग लगा… यह भारी लगा… ऐसा लगा जैसे यह खत्म हो रहा है।’
रश्मिका ने आगे लिखा, ‘एक तरह की उदासी, जिसे मैं भी नहीं समझ पाई और अचानक सभी भावनाएं एक साथ आ गईं और बहुत अधिक मेहनत के दिन मेरे सामने लौट आए और मैं थकी हुई महसूस कर रही थी, लेकिन साथ ही बहुत आभारी भी थी।’ पुष्पा 2 की श्रीवल्ली ने माना कि वह सभी को और खास तौर पर टीम को मिस करने वाली हैं। अल्लू अर्जुन, सुकुमार और पूरी टीम के साथ उनका जो जुड़ाव था, उसने उन्हें भावुक कर दिया। रश्मिका ने कहा कि जिन लोगों के साथ उन्होंने सालों तक काम किया, वे उन्हें सबसे अच्छी तरह जानते थे। ऐसे शानदार माहौल को छोड़ना मुश्किल था।
रश्मिका से पहले अल्लू अर्जुन ने भी पुष्पा 2 की शूटिंग खत्म होने पर अपनी भावनाओं को सोशल मीडिया पर शेयर किया। उन्होंने लिखा, ‘पुष्पा का आखिरी दिन, आखिरी शॉट। पुष्पा का 5 साल का सफर पूरा हुआ। क्या सफर रहा।” सुकुमार द्वारा निर्देशित, पुष्पा 2 में अल्लू अर्जुन और रश्मिका मंदाना के साथ फहद फासिल भी मुख्य भूमिका में नजर आएंगे।

By Prabhat Pandey

प्रभात पांडेय आर्यावर्तक्रांति दैनिक हिंदी समाचार और दिशा एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसाइटी के संस्थापक हैं। निष्पक्ष पत्रकारिता, सामाजिक सेवा, शिक्षा और कल्याण के माध्यम से सामाजिक बदलाव लाने वाले प्रभात पांडेय प्रेरणा और सकारात्मकता के प्रतीक हैं।

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