लेटेस्ट न्यूज़
24 Feb 2025, Mon

चीन में फैल रहे एचएमपीवी वायरस से दिल्ली भी अलर्ट, एडवाइजरी जारी

नई दिल्ली, एजेंसी। चीन में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) के मामले तेजी बढ़ रहे हैं। ऐसे में अन्य देशों के साथ-साथ भारत में भी स्वास्थ्य संबंधी चिंता बढ़ गई है। इस बीच दिल्ली के स्वास्थ्य अधिकारियों ने सतर्कता बरतते हुए अभी से पूरी तैयारी रखने के आदेश दिए हैं। अधिकारियों ने एचएमपीवी और अन्य श्वसन वायरस से निपटने के लिए जरूरी तैयारियों को लेकर एडवाइजरी जारी की है और अस्पतालों को अलर्ट रहने के लिए कहा है।
एक बयान के अनुसार, स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक डॉ. वंदना बग्गा ने रविवार को दिल्ली में श्वसन संबंधी बीमारियों से निपटने की तैयारियों पर चर्चा करने के लिए मुख्य जिला चिकित्सा अधिकारियों और आईडीएसपी के राज्य कार्यक्रम अधिकारी के साथ बैठक की।
अस्पतालों को निगरानी रखने के दिए आदेश
सिफारिशों के एक भाग के रूप में, अस्पतालों को निर्देश दिया गया है कि वे इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी (ILI) और गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण (SARI) के मामलों की सूचना तुरंत IHIP पोर्टल के माध्यम से दें।
संदिग्ध मामलों के लिए सख्त आइसोलेशन प्रोटोकॉल और सार्वभौमिक सावधानियों का उपयोग अनिवार्य कर दिया गया है।
अस्पतालों को सटीक निगरानी सुनिश्चित करने के लिए SARI मामलों और प्रयोगशाला द्वारा पुष्टि किए गए इन्फ्लूएंजा मामलों का उचित दस्तावेजीकरण बनाए रखना आवश्यक है। उन्हें ऑक्सीजन के साथ-साथ हल्के मामलों के इलाज के लिए पैरासिटामोल, एंटीहिस्टामाइन, ब्रोन्कोडायलेटर्स और कफ सिरप की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया।
ये सिफारिशें चीन में श्वसन संबंधी बीमारियों में वृद्धि की रिपोर्ट के मद्देनजर की गई हैं। बयान में कहा गया है कि 2 जनवरी, 2025 तक के आंकड़ों के अनुसार, एकीकृत रोग निगरानी कार्यक्रम (आईडीएसपी), राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) से प्राप्त अपडेट से श्वसन संबंधी बीमारियों में किसी भी महत्वपूर्ण वृद्धि की अनुपस्थिति की पुष्टि होती है।
घबराने की जरूरत नहीं
अधिकारियों ने कहा, चीन में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (एचएमपीवी) के प्रकोप के बारे में खबरें आई हैं। हालांकि, हमने देश (भारत) में श्वसन प्रकोप के आंकड़ों का विश्लेषण किया है। दिसंबर 2024 के आंकड़ों में कोई उल्लेखनीय वृद्धि नहीं हुई है। हमारे किसी भी स्वास्थ्य संस्थान से बड़ी संख्या में मामले सामने नहीं आए हैं। मौजूदा स्थिति को लेकर घबराने की कोई बात नहीं है।
डॉ. गोयल ने कहा, किसी भी स्थिति में, सर्दी के दौरान श्वसन संक्रमण का प्रकोप बढ़ जाता है, जिसके लिए आमतौर पर हमारे अस्पतालों में आवश्यक चीजों की आपूर्ति और बिस्तरों की व्यवस्था की जाती है। उन्होंने लोगों को श्वसन संक्रमण को रोकने के लिए अपनाई जाने वाली सामान्य सावधानियां बरतने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि यदि किसी को खांसी और जुकाम है तो उन्हें दूसरों के संपर्क में आने से बचना चाहिए ताकि संक्रमण न फैले।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *