मुंबई, एजेंसी। टीम इंडिया के कोच गौतम गंभीर ने बीसीसीआई टीवी से बातचीत में खिलाड़ियों की फिटनेस, ईमानदारी और मानसिक मजबूती पर जोर दिया। उन्होंने साफ कहा कि भारतीय टीम अभी उस मुकाम पर नहीं पहुंची है, जहां वह टी20 विश्व कप 2026 के लिए खुद को देखना चाहती है, लेकिन आने वाले तीन महीनों में टीम उस दिशा में मजबूत कदम बढ़ाएगी।
46 सेकंड की जारी क्लिप में गंभीर ने कहा, ‘यह एक ऐसा ड्रेसिंग रूम है जहां बहुत अधिक पारदर्शिता और ईमानदारी है, और हम चाहते हैं कि यह माहौल आगे भी ऐसा ही बना रहे। मुझे लगता है कि हम अभी उस स्थिति में नहीं हैं जहां हम टी20 विश्व कप तक पहुंचना चाहते हैं।’
गंभीर ने टीम के भीतर संवाद और विश्वास को सफलता की कुंजी बताया। उनका कहना है कि ड्रेसिंग रूम का माहौल साफ-सुथरा और खुला होना चाहिए, ताकि खिलाड़ी खुद को सहज महसूस करें और अपनी पूरी क्षमता से खेल दिखा सकें।
‘तीन महीने में बदलनी होगी तस्वीर’
गंभीर ने फिटनेस को लेकर भी खिलाड़ियों को सीधा संदेश दिया। उन्होंने कहा, ‘उम्मीद है कि खिलाड़ियों को फिट रहने का महत्व पता चल जाएगा। हमारे पास उस स्तर पर पहुंचने के लिए अभी भी तीन महीने हैं, जहां हम पहुंचना चाहते हैं।’ उनके इस बयान से यह साफ है कि टीम प्रबंधन अब फिटनेस को प्राथमिकता देने वाला है, और जो खिलाड़ी शारीरिक रूप से तैयार नहीं होंगे, उन्हें बड़े टूर्नामेंट से पहले अपनी स्थिति सुधारनी होगी।
गिल का उदाहरण: दबाव में निखरते खिलाड़ी
गंभीर ने बातचीत में शुभमन गिल का उदाहरण देते हुए बताया कि वे खिलाड़ियों के सामने कठिन चुनौतियां रखते हैं ताकि वे खुद को साबित कर सकें। उन्होंने कहा, ‘हम खिलाड़ियों के सामने जितना संभव हो सके उतनी कड़ी चुनौती रखते हैं। हमने शुभमन (गिल) के साथ भी यही किया था, जब उन्हें टेस्ट कप्तान नियुक्त किया गया था।’ गिल ने इंग्लैंड के खिलाफ अपनी पहली टेस्ट सीरीज में कप्तान के रूप में शानदार प्रदर्शन किया और टीम को 2-2 की बराबरी दिलाई। गंभीर ने कहा कि इसी तरह की कठिन परिस्थितियाँ खिलाड़ियों के चरित्र को मजबूत बनाती हैं।
टी20 विश्व कप की तैयारियों पर फोकस
अगला टी20 विश्व कप फरवरी-मार्च 2026 में भारत और श्रीलंका में खेला जाएगा। भारत मौजूदा चैंपियन है और गंभीर का फोकस यह सुनिश्चित करना है कि टीम अगले तीन महीनों में हर पहलू से तैयार हो। इसके लिए फिटनेस, मानसिक मजबूती और टीम एकजुटता पर खास ध्यान रहेगा।

