इस बदलते मौसम में गला सूखना, आपके शरीर में होने वाली एक सामान्य सी प्रक्रिया है। अक्सर लोगों को बदलते मौसम में इस तरह की समस्या हो सकती है। गर्मी और ठंड के मौसम के कारण इस समस्या का होना काफी आम होता है। लेकिन अगर आप पर्याप्त मात्रा में पानी-पीएंगे तो ये दिक्कते चली जाएंगी है। वहीं, आपको बार-बार गला सूखने की दिक्कत हो रही है? पानी-पीने के कुछ समय बाद फिर से आपका गला सूख जाता है? तो ऐसे लक्षणों को नजरंदाज न करें।ये कई गंभीर बीमारियों के संकेत भी हो सकते हैं।आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से।
इम्यूनिटी कमजोर
इस बदलते मौसम में शरीर में पानी की कमी होने से इम्यूनिटी कमजोर होने लगती है। खासतौर पर सर्दियों के मौसम में खराब इम्यूनिटी आपको जल्दी बीमार कर सकती है।
बुखार और खांसी
सर्दियों के मौसम में के साथ बुखार भी आम है। डिहाइड्रेशन शरीर का तापमान बढ़ाने में सहायक होता है। ये भी आपके शरीर में पानी कमी होने का कारण हो सकता है। इसके अलावा इस बदलते मौसम में शरीर में पानी कम होने से खांसी की समस्या बढ़ जाती है। इससे आपको ड्राई कफ हो सकता है।
बार-बार गला सूखना
बदलते मौसम में मतलब सर्दियों में लोग पानी कम मात्रा में पीते हैं, जिसके चलते उनका गला सूखने लगता है। गला सूखना से व्यक्ति के गले इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है।
होठों का फटना
सर्दियां आते ही होठों के फटने की समस्याएं शुरू हो जाती हैं, लेकिन इसको सर्दी का ही वजह समझना बिल्कुल ठीक नहीं है। शरीर में पानी की कमी भी होठों का फटना का संकेत होता है।
दांतों और मसूड़ों में दर्द
डिहाइड्रेशन की समस्या के कारण दांतों और मसूड़ों में कमजोरी भी महसूस होती है। अक्सर आपने देखा होगा कि कुछ लोगों को सर्दियों के मौसम आते ही दांतों व मसूड़ों में दर्द होने लगता है, यह समस्या भी शरीर में पानी की कमी का संकेत है।