नई दिल्ली। दिल्ली के पर्यावण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि राजधानी में प्रदूषण को हटाने के लिए कृत्रिम बारिश की जरूरत है। साथ ही ऑड इवन को लेकर चर्चा चल रही है। उन्होंने कहा कि प्रदूषण को लेकर केंद्र सरकार को जल्द ही बैठक करनी चाहिए। साथ ही प्रधानमंत्री को इस मामले में दखल देने चाहिए। वहीं दिल्ली की भाजपा इकाई लोगों को प्रदूषण से बचाने के लिए मास्क बांट रही है। गोपाल राय ने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण से मुक्त कराने के लिए कृत्रिम बारिश कराई जाए। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री को चिट्ठी इस संबंध में लिख रहा हूं। केंद्र सरकार को आपात बैठक बुलानी चाहिए। इसमें आईआईटी कानपुर के एक्सपर्ट को बुलाया जाए। हर विभाग के अधिकारियों को इसमें बुलाई जाए। जल्द से जल्द कृत्रिम वर्षा की पहल की जाए। आज केंद्र में BJP शासित एक ऐसी सरकार बैठी है, जिसे उत्तर भारत के लोगों को प्रदूषण से राहत दिलाने तक की फुर्सत नहीं है।
इससे पहले केंद्रीय पर्यावरण मंत्री को 30 अगस्त को चिट्ठी लिखी थी। इसके बाद 10 अक्टूबर को मीटिंग के पत्र लिखा। 23 अक्तूबर को फिर पत्र लिखा। लेकिन कोई जवाब इनका नहीं आया। इसके बाद एक ऑनलाइन मीटिंग बुलाई। मेडिकल इमरजेंसी की स्थिति बनी हुई है। दुनिया में बहुत जगह कृत्रिम बारिश करके हालात को बेहतर किया गया है। आज भाजपा की सरकार बस बैठी हुई है। केंद्र सरकार इसे लेकर एक बैठक तक बुलाने का समय नहीं है। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री एक बैठक तक नहीं बुला रहे हैं।
गोपाल राय का केंद्र सरकार पर निशाना
गोपाल राय ने कहा कि प्रदूषण को कम करने और नागरिकों की मदद के लिए आपातकालीन उपाय के रूप में दिल्ली में कृत्रिम बारिश की जरूरत है। भाजपा सरकार जानबूझकर उत्तर भारत के स्वास्थ्य संकट की अनदेखी कर रही है। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री ने मौजूदा स्थिति का संज्ञान तक नहीं लिया है। कृत्रिम बारिश के लिए मंजूरी को तेजी से बढ़ाने के लिए लगातार केंद्र को पत्र लिख रहे हैं। लेकिन केंद्र जवाब नहीं दे रहा है।
हमारे पास कृत्रिम बारिश के लिए फंड है: गोपाल राय
उन्होंने आगे कहा कि जब तक हम धुंध की मोटी परत को नहीं तोड़ेंगे, दिल्ली को प्रदूषण से राहत नहीं मिल सकती है। धुंध को हवा या बारिश से तोड़ा जा सकता है। दिल्ली में कृत्रिम बारिश के लिए आम आदमी पार्टी फंड देने को तैयार है। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री की दिल्ली के प्रति उदासीनता निराशाजनक और परेशान करने वाली है। शायद अगर मैंने किसी दूसरे देश के पर्यावरण मंत्री को पत्र लिखा होता तो वे हमारी केंद्र सरकार से पहले ही मुझसे मिलने का समय दे देते।
बड़े ट्रकों के साथ बीएस-4 डीजल वाहनों की एंट्री पर प्रतिबंध
राय ने कहा कि दिल्ली में ग्रेप-4 लागू हो चुका है। इसके अंतर्गत दिल्ली में बड़े ट्रक, बीएस-4 के डीजल वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध है। वहीं, सभी तरह के निर्माण एवं तोड़फोड़ की गतिविधियों पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है। सिर्फ सीएनजी /इलेक्ट्रिक/बीएस-6 डीजल और आवश्यक वस्तुओं व सेवाएं प्रदान करने वाले कॉमर्शियल वाहनों को छूट रहेगी। सभी स्कूलों को बंद कर दिया गया है, केवल 10वीं और 12वीं के छात्रों के लिए ही स्कूल खुलेंगे। उनको मास्क देने के निर्देश दिए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग को आदेश दिया है कि वह एक स्पेशल टास्क फोर्स का गठन करे, ताकि प्रदूषण संबंधित मरीजों को इलाज किया जा सके।