सऊदी। सऊदी अरब की राजधानी रियाद में सऊदी और साउथ कोरिया के अधिकारियों ने एक हाई लेवल बैठक की है। इस बैठक में दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग, क्षेत्रीय संघर्ष और ऊर्जा सहयोग के साथ-साथ परमाणु और रक्षा सहयोग पर भी चर्चा हुई। मध्य पूर्व की दूसरी बड़ी ताकत ईरान परमाणु क्षेत्र में पहले ही बहुत आगे निकल चुका है, अब सऊदी भी इस दौड़ में शामिल हो रहा है।
इस बैठक में दोनों देशों के 80 अधिकारियों ने हिस्सा लिया। सऊदी अरब में दक्षिण कोरिया के राजदूत चोई ब्युंग-ह्युक ने कहा कि यह सेमिनार आर्थिक सहयोग पर चर्चा करने और GCC, खास तौर से गाजा और लाल सागर में क्षेत्रीय संघर्षों की साझा समझ बनाने के लिए एक मंच है, साथ ही परमाणु और नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्रों में ऊर्जा सहयोग में विविधता लाने के लिए भी ये मंच होगा।
परमाणु ऊर्जा और SMR सहयोग
दक्षिण कोरिया और सऊदी अरब छोटे मॉड्यूलर रिएक्टरों (SMR) पर मिलकर काम कर रहे हैं, जिसमें स्मार्ट 100 SMR भी शामिल है। स्मार्ट 100 रिएक्टर एक जीरो कार्बन एनर्जी सोर्स है, जिसे साउथ कोरिया ने बनाया है। दक्षिण कोरिया की KAERI और सऊदी अरब के एटॉमिक एनर्जी प्रोजेक्ट साथ मिलकर एक संयुक्त परमाणु अनुसंधान और विकास केंद्र बनाएंगे। इस साझेदारी से सऊदी के न्यूक्लियर प्रोग्राम नए अयाम मिलने की उम्मीद है।
फ्री ट्रेड एग्रीमेंट
इस सेमिनार में FTA पर भी चर्चा हुई है और इसका दायरा बढ़ा GCC और साउथ कोरिया के बीच व्यापार बढ़ाने पर सहमति जताई गई है। दिसंबर 2023 में दक्षिण कोरिया-GCC फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) पर साइन किए गए थे, जिसके बाद से दोनों क्षेत्रों के बीच ज्यादातर टैरिफ खत्म कर दिया गया है।
क्षेत्रीय सुरक्षा संबंधी चिंता
बैठक के दौरान दोनों देशों के अधिकारियों ने गाजा के हालात और मध्य पूर्व में ईरान के प्रभाव जैसे क्षेत्रीय संघर्षों पर भी चर्चा की। सेमिनार में दुनिया में तेजी से बदल रहे रणनीतिक रुख खास तौर से एशिया के लिए अमेरिका और खाड़ी देशों पर इसके प्रभाव और रूस-उत्तर कोरिया संबंधों की वजह से एशिया में बढ़ी संघर्षों की संभावना पर भी चर्चा की गई।
इसके अलावा साउथ कोरिया और सऊदी अरब के बीच AI और एनर्जी ट्रांजिशन के क्षेत्र में सहयोग पर चर्चा हुई। साउथ कोरिया ने सऊदी में एक AI डेटा सेंटर की स्थापना का प्रस्ताव भी रखा है। अधिकारियों ने क्षेत्रीय और वैश्विक खतरों से निपटने के लिए सूचना साझाकरण, संयुक्त समुद्री अभ्यास और बहुपक्षीय राजनीतिक संवाद के साथ-साथ दक्षिण कोरिया और GCC राज्यों के बीच सुरक्षा सहयोग बढ़ाने पर सहमति बनी है।