नई दिल्ली, एजेंसी। बिजनेस करने में जैन समुदाय के दिमाग का कोई जोड़ नहीं है। वे आपको देश के बड़े-बड़े बिजनेस की शीर्ष कतार में दिख सकते हैं। ऐसा कहने के पीछे की वजह जैन समुदाय द्वारा लग्जरी कारों की खरीद पर 21 करोड़ रुपये की बचत करना है। सामान्यत: लग्जरी कार अपने प्राइस में एक रुपया भी कम नहीं करती है, लेकिन धनतेरस के अवसर पर जैन समुदाय के व्यवसायियों ने लग्जरी ब्राण्ड के डीलर को ऐसा ऑफर दिया कि वे खरीदारी पर 210000000 रुपये यानि 21 करोड़ रुपये तक की छूट देने को तैयार हो गए। आइये जानते हैं कि इस डील को क्रैक करने वाले जीतो ने क्या प्लानिंग की और इस पर कैसे काम किया।
जीतो ग्रुप ने सबसे पहले अपने समुदाय के महंगी कारों के शौकीन लोगों की सूची तैयार की। और फिर अलग-अलग ब्रांड की कारों के डीलरों से बात कर सहकारिता मॉडल से यह खरीद संभव बनाई। जीतो ग्रुप ने अपने कम्युनिटी के सदस्यों के लिए एक साथ 186 कारें खरीदने के लिए 15 विभिन्न लग्जरी कार ब्रांड के डीलरों के साथ समझौता किया। इस समझौते में उन्हें 21 करोड़ तक का फायदा हुआ।
गुजरात में जैन इंटरनेशनल ट्रेड आर्गेनाइजेशन (JITO) और भरवाड युवा संगठन ने सामूहिक खरीदारी करके एक बड़ी राशि को बचाया है। जीतो ने एक साथ 186 लग्जरी कारों की एकसाथ खरीद की है। इस खरीद में इन्हें कुल लागत पर 21 करोड़ रूपये की छूट मिली है। वहीं, भरवाड युवा संगठन ने भी 121 जेसीबी मशीनें खरीदकर 4 करोड़ रुपये बचाए।
बताते चलें कि जीतो ग्रुप जैन समुदाय के लिए सामाजिक, सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रम आयोजित करता है। जीतो ने अहमदाबाद के अदाणी शांतिग्राम में राष्ट्रीय स्तर के खेलकूद प्रतियोगिता का आयोजन किया था।इस प्रतियोगिता में देशभर के जैन समुदाय के प्रतिभागियों ने भाग लिया। जीतो ग्रुप अपने कार्यक्रमों से जैन संस्कृति और परंपराओं को बढ़ावा देती है।
186 लग्जरी कारों की खरीद पर मिली 210000000 रुपये की छूट! भारत में कौन है इन गाड़ियों का मालिक, कैसे मिला ये ऑफर?

