लेटेस्ट न्यूज़
20 Jun 2025, Fri

खूबसूरत झरने, बादलों की चादर, शिलॉन्ग से सिर्फ 55 किलोमीटर दूर ये जगह जन्नत से नहीं है कम

मेघालय की राजधानी शिलॉन्ग, भारत में बसी एक स्वर्ग सी जगह है जहां की खूबसूरती देखकर मन खुश हो जाता है। पर क्या आप जानते हैं कि इसके आसपास घूमने के लिए कई ऐसे टूरिस्ट स्पॉट्स मौजूद हैं जहां एक बार जाने के बाद लौटने का मन नहीं करता है। यहां से सिर्फ 55 किलोमीटर दूर एक जगह है जिसे एक समय पर सबसे ज्यादा बरसात वाला एरिया माना जाता था। हम बात कर रहे हैं चेरापूंजी की जो भारत के सबसे खूबसूरत हिलस्टेशनों में से एक है। मेघालय के उत्तरी-पूर्व इलाके में बसा ये हिल स्टेशन अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए फेमस है।
चेरापूंजी हमेशा बादलों से घिरा रहता है। यहां का शांतिपूर्ण माहौल इसे और भी ज्यादा अट्रैक्टिव बनाता है। आपको जानकर हैरानी होगी कि यहां पर बारिश दिन की जगह रात में होती है। इसे सोहरा नाम से भी जाना जाता है। आपने कभी न कभी किताबों में पढ़ा होगा कि इस जगह बहुत ज्यादा बारिश होती है। पर सच में ये जगह अपनी खूबसूरती के लिए मशहूर है।
चेरापूंजी है खूबसूरत
शिलॉन्ग से चेरापूंजी आने का रास्ता सच में बहुत ही प्यारा है। आसपास सुंदर पहाड़ों और हरियाली को देखकर आपका वहां ठहरने का मन कर जाएगा। यहां पर आपको अनानास के पेड़, सुंदर पत्तियों वाले पौधें दिखेंगे। यहां पर आपको रास्ते में जाते वक्त झरने भी दिखेंगे। पहाड़ों के बीच से गिरते झरनों को देखना साथ में एक अद्भुत अनुभव है। यहां आकर आपको लगेगा कि सच में प्रकृति बहुत खूबसूरत है। ये जगह चीड़ और एरोकेरिया के पेड़ों से घिरी हुई है। यहां के सदाबहार जंगलों की वजह से इसे ‘स्कॉटलैंड ऑफ ईस्ट’ कहां जाता है।
चेरापूंजी में घूमने की जगह
नेहिकलिकाई वॉटरफॉल जाएं घूमने
चेरापूंजी हिलस्टेशन से कुछ दूर पर बसा नोहिकलिकाई वॉटरफॉल यहां की फेमस जगहों में से एक है। इस वॉटरफॉल के पीछे छिपी है एक कहानी। हजारों फीट ऊपर से गिरते दूधिया झरने को देखना एक खूबसूरत अनुभव है। कहा जाता है कि लिकाई नाम की एक महिला जब एक दिन अपने काम से घर लौटी तो उसने अपने पति से पूछा कि उसका बेटा कहां है? पति ने कहा, मैंने उसे काटकर खाने के लिए पका लिया है। ये सुनते ही लिकाई पागल हो गई और झरने में कूदकर अपनी जान दे दी। तब से इस झरने का नाम नोहकलिकाई पड़ गय। इस झरने में कई प्राचीन और सुंदर गुफाएं भी हैं। जो इसे और भी ज्यादा खूबसूरत बनाती हैं।
डैन्थलेन फॉल्स
चेरापूंजी में घूमने के लिए डैन्थलेन फॉल्स भी सबसे खूबसूरत जगहों में से एक हैं। ये चेरापूंजी से 11 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। ये झरना अपने विशाल रूप और चारों तरफ हरियाली से घिरा हुआ है। यहां पर प्राकृतिक सुंदरता को करीब से निहार पाएंगे। यहां जाने के लिए सबसे अच्छा टाइम जून से सिंतबर तक का होता। ये जगह चेरापूंजी बस स्टैंड से लगभग 9 किलोमीटर की दूरी पर है।
गुफाओं का बगीचा
चेरापूंजी से 14 किलोमीटर दूर बसी ये एक मनमोहक और शांतिपूर्ण जगह है जहां बारिश के मौसम में झरने से बहते हुए पानी को देखना एक खूबसूरत अनुभव हो सकता है। चारों तरफ हरियाली और झरनों और तालाब से घिरी ये जगह आपकी ट्रिप को और भी ज्यादा खूबसूरत बना सकती है। इस जगह के सात हिस्से हैं सुम सिमे फॉल्स, यू मावदोहनुद( हार्ट शेप चट्टान), का सिंरंग सिमे( राजा की गुफा), की स्टीह माव( योद्धा चट्टानें), यू मावखिलुंग ( बेबी रॉक) और रियात उमलवाई फॉल्स।
कैसे पहुंचे चेरापूंजी?
चेरापूंजी पहुंचने के लिए आप फ्लाइट, ट्रेन या कार जैसे साधन चुन सकते हैं। फ्लाइट से आने के लिए नियरेस्ट एयरपोर्ट गुवाहाटी है जो यहां से 181 किलोमीटर दूर है। फिर यहां से आप टैक्सी या बस से आ सकते हैं। अगर आप ट्रेन से आना चाहते हैं तो नियरेस्ट रेलवे स्टेशन गुवाहाटी ही है। आप चाहें तो कार से भी चेरापूंजी आ सकते हैं।

By Prabhat Pandey

प्रभात पांडेय आर्यावर्तक्रांति दैनिक हिंदी समाचार और दिशा एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसाइटी के संस्थापक हैं। निष्पक्ष पत्रकारिता, सामाजिक सेवा, शिक्षा और कल्याण के माध्यम से सामाजिक बदलाव लाने वाले प्रभात पांडेय प्रेरणा और सकारात्मकता के प्रतीक हैं।