गर्भावस्था एक खूबसूरत अनुभव है लेकिन इस दौरान सफर करना थोड़ी अतिरिक्त सावधानी की मांग करता है। चाहे बेबीमून हो, फैमिली ट्रिप या जरूरी सफर, अगर आप गर्भवती हैं और कहीं यात्रा पर जाने की सोच रही हैं तो आपको कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। सही प्लानिंग और हेल्थ प्रिकॉशन्स के साथ आप बिना किसी परेशानी के ट्रैवल का आनंद ले सकती हैं। यह लेख गर्भावस्था में यात्रा कर रही महिलाओं के लिए ध्यान देने योग्य जरूरी बातों को पर आधारित है, जिसके बारे में हर माँ बनने वाली महिला को ट्रिप पर निकलने से पहले जानना चाहिए।
डाॅक्टर की सलाह
गर्भावस्था में सफर से पहले चिकित्सकीय सलाह जरूर लें। यात्रा करने से पहले अपनी स्त्री रोग विशेषज्ञ से मिलें और यात्रा के लिए फिटनेस की पुष्टि करवाएं। किसी भी प्रकार की हाई-रिस्क प्रेग्नेंसी होने पर यात्रा से बचना बेहतर होता है।
गर्भवती के लिए यात्रा का सही सयम
प्रेग्नेंसी का दूसरा तिमाही यानी 13 से 28 हफ्तों का समय सबसे सुरक्षित माना जाता है। इस समय मॉर्निंग सिकनेस कम हो जाती है और एनर्जी भी बनी रहती है।
यात्रा की सही साधन
ट्रैवल मोड का चुनाव सोच-समझकर करें। कार से यात्रा में बीच-बीच में ब्रेक लेना जरूरी है। हवाई यात्रा के लिए एयरलाइन की गाइडलाइन चेक करें। अधिकतर कंपनियां 36वें सप्ताह तक ही गर्भवती महिलाओं को अनुमति देती हैं। वहीं ट्रेन यात्रा तुलनात्मक रूप से आरामदायक होती है।
ये चीजें जरूर रखें ट्रैवल बैग में
डॉक्टर का संपर्क नंबर और मेडिकल रिपोर्ट्स
आवश्यक दवाएं
आरामदायक कपड़े और फ्लैट सैंडल
स्नैक्स और हाइड्रेशन के लिए पानी की बोतल
यात्रा के दौरान रखें इन बातों का ध्यान
बहुत अधिक चलने-फिरने या भारी सामान उठाने से बचें।
लंबे समय तक बैठी रहें तो हर 1 घंटे में थोड़ा टहलें।
हाईजीन और साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें।
जंक फूड से परहेज करें और घर जैसा हल्का खाना खाएं।
यात्रा का सबसे अच्छा समय: दूसरी तिमाही (14-28 सप्ताह)
दूसरी तिमाही आमतौर पर यात्रा करने के लिए सबसे आरामदायक समय होता है:
सुबह की मतली आमतौर पर कम हो जाती है
ऊर्जा का स्तर बढ़ जाता है
जटिलताओं का जोखिम कम होता है
डिसक्लेमर: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।