चेन्नई, एजेंसी। टीवीके के प्रमुख और अभिनेता विजय ने अपने प्रशंसको के प्यार और समर्थन के लिए आभार जताया है। उन्होंने कहा है कि उन्हें लोगों के असीम प्यार और समर्थन से अपार प्रेरणा मिली है। यह उनकी सबसे बड़ी प्रेरक शक्ति है। विजय ने ईरोड में अपनी जनसभा के बाद गुरुवार को एक भावपूर्ण सोशल मीडिया पोस्ट कर अपने कार्यक्रम में भारी संख्या में लोगों के आने और दिखाए गए स्नेह के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि राजनीति में उनका प्रवेश उन लोगों के प्रति कृतज्ञता का ऋण है जिन्होंने उनके पूरे करियर के दौरान उनका पालन-पोषण और मार्गदर्शन किया। उन्होंने लिखा, “जीवन के हर पड़ाव पर आप लोगों ने हमेशा मेरे साथ रहे हैं। आपके असीम प्रेम और समर्थन से मुझे अपार प्रेरणा मिलती है। यही प्रेरणा मेरी सबसे बड़ी प्रेरक शक्ति है।”
डीएमके बुरी ताकत है – विजय
18 दिसंबर के सफल आयोजन के बाद, विजय ने भव्य आयोजन के लिए पार्टी प्रशासनिक समिति के समन्वयक के.ए. सेंगोत्तैयान, महासचिव आनंद, राज्य कार्यकारिणी, अधिकारियों, स्वयंसेवकों और पुलिस को उनके कुशल यातायात और सुरक्षा व्यवस्था के लिए विशेष सराहना व्यक्त की। उन्होंने कहा, ‘हम फिर मिलेंगे। जीत निश्चित है।’ रैली के दौरान, विजय ने सत्तारूढ़ द्रविड़ मुन्नेत्र कजगम (डीएमके) पर तीखा हमला करते हुए इसे ‘बुरी ताकत’ करार दिया। विजय ने दिवंगत मुख्यमंत्रियों एमजी रामचंद्रन और जे जयललिता की बात दोहराते हुए कहा कि वे अक्सर डीएमके को ‘तीया शक्ति” (बुरी ताकत) के रूप में वर्णित करते थे। उन्होंने टीवीके को ‘थूया शक्ति’ (शुद्ध शक्ति) के रूप में स्थापित किया।’ एमजीआर और जयललिता ने डीएमके का पुरजोर विरोध किया। मैं अक्सर सोचता था कि उन्होंने इस पार्टी का इतना कड़ा विरोध क्यों किया। लेकिन अब मुझे इसका कारण समझ आ गया है। डीएमके एक बुरी ताकत है। इसीलिए उन दोनों ने अंत तक इसका विरोध किया। मैं अब वही बात कह रहा हूं जो उन्होंने कही थी। डीएमके एक बुरी ताकत है, लेकिन टीवीके एक पवित्र ताकत है।’
गरीबी की गिरफ्त में फंसे लोगों के लिए एक नए सवेरे का उदय होना चाहिए – विजय
इसके साथ ही परिवर्तन की आवश्यकता पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि गरीबी की गिरफ्त में फंसे लोगों के लिए एक नए सवेरे का उदय होना चाहिए। उन्होंने कहा कि ‘समय को केवल लालसाओं और सपनों में ही नहीं बीतने देना चाहिए। इसीलिए मैंने यह राजनीतिक यात्रा शुरू की है ताकि मैं आपके लिए काम कर सकूं, जिन्होंने मुझे पाला-पोसा और मेरा आकार दिया।’

