लेटेस्ट न्यूज़
18 Apr 2025, Fri

पिता रिक्शा चालक, केरल के लिए भी नहीं खेले विग्नेश को मुंबई इंडियंस ने ऐसे बनाया आईपीएल की नई सनसनी

नई दिल्ली। आईपीएल 2025 में रविवार को चेपॉक में खेले गए मुकाबले में चेन्नई सुपर किंग्स ने मुंबई इंडियंस को हरा दिया। हालांकि, एक वक्त मुंबई के विग्नेश पुथुर की घातक गेंदबाजी की बदौलत मुंबई ने चेन्नई को फंसा लिया था और मैच रोमांचक हो चला था, लेकिन रचिन रवींद्र की सूझबूझ भरी बल्लेबाजी से सीएसके मैच निकालने में कामयाब रही। हालांकि, चेन्नई की जीत से ज्यादा चर्चा पुथुर की गेंदबाजी की हो रही है। 24 साल का यह गेंदबाज आईपीएल में डेब्यू कर रहा था और अपने पहले ही मैच में उन्होंने जलवा बिखेरा।
पुथुर ने चार ओवर में 32 रन देकर तीन विकेट झटके। इनमें ऋतुराज गायकवाड़, शिवम दुबे और दीपक हुड्डा के विकेट शामिल हैं। पुथुर एक रिक्शा चालक के बेटे हैं और इस मैच से पहले सीनियर लेवल पर खेलने का उनके पास कोई अनुभव नहीं है। मुंबई इंडियंस के टैलेंट स्काउट ने इस गेंदबाज को एक लीग के जरिय तलाशा और अब उसे तराशने का काम कर रहे हैं।
चाइनामैन स्पिनर हैं विग्नेश पुथुर
दरअसल, 24 साल के विग्नेश पुथुर एक चाइनामैन स्पिन गेंदबाज हैं और केरल के मालापुरम के रहने वाले हैं। उनके पिता ऑटो रिक्शा चालक हैं। उनका आईपीएल तक का सफर बेहद कठिनाइयों और चुनौतियों से भरा रहा है। मुंबई ने उन्हें मेगा नीलामी में 30 लाख रुपये में खरीदा था। फ्रेंचाइजी के लिए ट्रायल में उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया था। पुथुर को इम्पैक्ट सबस्टीट्यूट के रूप में रोहित शर्मा की जगह मैदान पर भेजा गया और उन्होंने अपनी सटीक लाइन लेंथ की गेंदबाजी से सुर्खियां बटोरीं। दबाव में भी वह बेहद कूल दिखे। इस गेंदबाज ने केरल की सीनियर टीम के लिए अब तक कोई मैच नहीं खेला है।
केरल क्रिकेट लीग से हुई तलाश
केरल क्रिकेट लीग के दौरान मुंबई के टैलेंट स्काउट की नजर उन पर पड़ी। इसके बाद मुंबई के टैलेंट स्काउट ने उनसे संपर्क किया। इसके बाद उन्हें अनुभव हासिल करने के लिए इस साल जनवरी में दक्षिण अफ्रीकी टी20 लीग के लिए दक्षिण अफ्रीका भेजा गया। इसका खर्च भी मुंबई इंडियंस फ्रेंचाइजी ने ही उठाया। वहां वह मुंबई इंडियंस की टीम एमआई केप टाउन से जुड़े। वहां उन्हें नेट बॉलर के तौर पर भेजा गया था। राशिद खान एमआई केप टाउन के कप्तान हैं और पुथुर ने उनसे वहां स्पिन की कला सीखी। इससे उनका आत्मविश्वास भी बढ़ा। इसके बाद जब वह वापस आए तो डीवाई पाटिल टी20 टूर्नामेंट में रिलायंस टीम का हिस्सा बने और तीन मैच खेले। यह आईपीएल से पहले तैयारी परखने का सही जरिया साबित हुआ।
पुथुर को इस तरह मुंबई इंडियंस ने तराशा
आईपीएल की तैयारी शुरू होने के बाद पुथुर से नेट्स में, प्रैक्टिस मैचों में जमकर गेंदबाजी कराई गई। कोच महेला जयवर्धने की अगुआई में टीम मैनेजमेंट उन्हें गेंदबाजी करता देख खुश थे और इस बात के लिए आश्वस्त थे कि वह आईपीएल के मेन मुकाबलों में गेंदबाजी के लिए तैयार हैं। इसके लिए रोहित शर्मा और सूर्यकुमार यादव से भी सलाह ली गई और सभी इससे सहमत दिखे। मुंबई के गेंदबाजी कोच पारस म्हम्ब्रे ने कहा, ‘रोहित, सूर्यकुमार और तिलक, मुंबई के सभी बल्लेबाजों ने नेट्स में पुथुर का सामना किया। उनकी गेंदबाजी को समझना किसी के लिए आसान नहीं था। इसलिए हमने सोचा कि उन्हें एक मैच में मौका दिया जाए ताकि उनका आत्मविश्वास बढ़े और यह फैसला सही साबित हुआ। यह अच्छा फैसला था।’
म्हाम्ब्रे ने टैलेंट स्काउट की तारीफ की
पारस म्हाम्ब्रे ने मुंबई इंडियंस के टैलेंट स्काउट की भी जमकर तारीफ की, जिन्होंने इस गेंदबाज की तलाश की और केरल क्रिकेट लीग से ढूंढ कर निकाला। म्हाम्ब्रे ने कहा, ‘हमारे पास कुछ शानदार लोग हैं जो टैलेंट को ढूंढ़ निकालने में माहिर हैं। मुझे लगता है कि वह इसलिए इतने कामयाब हैं क्योंकि वह किसी और चीज पर इस बात को तरजीह देते हैं कि उनमें क्षमता है या नहीं। हमने ट्रायल में देखा कि उनमें क्षमता है और वह दबाव में घबराते नहीं, बल्कि इसे चुनौती की तरह स्वीकार करते हैं। हमने इस बात को नहीं देखा कि उन्होंने पहले कोई क्रिकेट या टूर्नामेंट खेला है या नहीं। हम बस उनकी क्षमता को परख कर आगे बढ़े और अब वह आप सभी के सामने है।
‘पुथुर ने टीम भावना को समझा और उसे समझा’
चेपॉक में चेन्नई सुपर किंग्स के हजारों फैंस के सामने पुथुर ने ऋतुराज गायकवाड़, शिवम दुबे और दीपक हुड्डा के विकेट लिए। हालांकि, एमआई डगआउट ने जिस चीज को सबसे ज्यादा पसंद किया, वह है पुथुर के दबाव को संभालने की क्षमता। कोच माहेला, कीरोन पोलार्ड और रोहित जैसे सीनियर खिलाड़ियों के साथ नियमित बातचीत से पुथुर को उनकी भूमिका, टीम की उम्मीदों और मुंबई इंडियंस के ड्रेसिंग रूम की संस्कृति को समझने में मदद मिली। म्हाम्ब्रे ने कहा, ‘हां, पुथुर ने काफी क्रिकेट नहीं खेली है, लेकिन हमें एक मौका मिला जहां उन्होंने थोड़ा काम किया। हमारे साथ काम करने का मौका मिला। स्किल पर हमने ज्यादा काम नहीं किया, क्योंकि मुझे लगता है कि वह इसमें काफी सुलझे हुए हैं। जयवर्धने और पोलार्ड के साथ-साथ सूर्यकुमार-रोहित के साथ बातचीत कर उन्हें यह समझने में मदद मिली की टीम को किस चीज की जरूरत है। उन्हें टीम में अपनी भूमिका को समझने में मदद मिली और यह भी जाना कि हम उनसे क्या उम्मीद करते हैं।’
पुथुर का सपना हुआ पूरा
भारत और विदेशी सितारों के साथ ड्रेसिंग रूम साझा करना, एमएस धोनी के साथ मैच के बाद बातचीत करना कुछ ऐसा है, जिसका हर खिलाड़ी सपना देखता है। पुथुर ने रविवार इन पलों को जिया है। म्हाम्ब्रे ने कहा कि ड्रेसिंग रूम में हर किसी को जयवर्धने के साथ इतना बातचीत का समय नहीं मिलता। सिर्फ सीनियर खिलाड़ी ही ऐसा करते हैं, लेकिन पुथुर कुछ खास हैं। उन्होंने कहा, ‘आपके पास हीरो हैं, आप उन्हें टीवी पर खेलते हुए देखते हैं और अचानक ही आपको उनके साथ ड्रेसिंग रूम साझा करने का मौका मिले तो यह कितना खास हो सकता है, आप जानते हैं। आपके साथ रोहित जैसे खिलाड़ी बगल में बैठे हैं। यह सपना सच होने जैसा है, है न? जिस तरह से पुथुर ने गेंदबाजी की, ऐसा कभी नहीं लगा कि वह दबाव में थे और यह देखना अच्छा था। वह पहले मैच में छाप छोड़ने में सफल रहे हैं और अब एमआई डगआउट में हर कोई उम्मीद करेगा कि वह टीम के पुराने खिलाड़ियों की तरह इस फ्रेंचाइजी के साथ एक लंबी और सफल पारी खेलें, जैसा कि जसप्रीत बुमराह, हार्दिक पांड्या, क्रुणाल पांड्या, तिलक वर्मा ने किया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *