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1 Jun 2025, Sun

‘मैं एलोपैथिक दवा और इंसुलिन मुक्त हूं’, स्वास्थ्य को लेकर गृह मंत्री अमित शाह ने दी जरूरी सलाह

नई दिल्ली, एजेंसी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा कि पिछले कुछ वर्षों में उन्होंने पर्याप्त नींद लेने, अपने खान-पान पर ध्यान देने और नियमित व्यायाम करके अपने स्वास्थ्य और काम करने की क्षमता में सुधार किया है। विश्व लिवर दिवस पर आईएलबीएस द्वारा आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि मई 2020 से लेकर आज तक मैंने अपने जीवन में बहुत बड़ा बदलाव किया है। ज़रूरी मात्रा में नींद, पानी और आहार और नियमित व्यायाम ने मुझे बहुत कुछ दिया है। आज मैं आपके सामने किसी भी तरह की एलोपैथिक दवा और इंसुलिन से मुक्त होकर खड़ा हूँ।
अमित शाह ने कहा कि देश के युवाओं को अभी 40-50 साल और जीना है और देश की तरक्की में अपना योगदान देना है। मैं उनसे अनुरोध करता हूँ कि वे अपने शरीर के लिए दो घंटे व्यायाम करें और अपने मस्तिष्क के लिए छह घंटे की नींद लें। यह बहुत उपयोगी होगा। यह मेरा अपना अनुभव है। मैं आज यहाँ इस अनुभव को साझा करने आया हूँ। उन्होंने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा, ‘मई 2019 से लेकर अब तक मैंने बहुत बड़ा बदलाव हासिल किया है। सही मात्रा में नींद, शुद्ध पानी, भोजन और व्यायाम करके मैंने जीवन में बहुत कुछ हासिल किया है। पिछले 4.5 सालों में मैं सभी एलोपैथिक दवाओं से मुक्त हो गया हूँ।’
शाह ने कहा कि इससे उनकी काम करने, सोचने और निर्णय लेने की क्षमता में सुधार हुआ है। मंत्री ने आईएलबीएस में एकीकृत यकृत पुनर्वास केंद्र का उद्घाटन किया और संस्थान में यकृत स्वास्थ्य की थीम पर आयोजित कार्टून गैलरी का भी दौरा किया। शाह ने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा, ‘मुझे कार्टून पसंद हैं, जिनमें मुझ पर आधारित कार्टून भी शामिल हैं।’
उन्होंने गैलरी और यकृत स्वास्थ्य के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए संस्थान की अन्य पहलों के लिए आईएलबीएस के निदेशक डॉ. एस सरीन की सराहना की। गृह मंत्री ने कॉरपोरेट घरानों से यकृत स्वास्थ्य के महत्व को प्रचारित करने और यकृत उपचार और अनुसंधान के क्षेत्र में काम करने वाले संस्थानों का समर्थन करने का आग्रह किया।

By Prabhat Pandey

प्रभात पांडेय आर्यावर्तक्रांति दैनिक हिंदी समाचार और दिशा एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसाइटी के संस्थापक हैं। निष्पक्ष पत्रकारिता, सामाजिक सेवा, शिक्षा और कल्याण के माध्यम से सामाजिक बदलाव लाने वाले प्रभात पांडेय प्रेरणा और सकारात्मकता के प्रतीक हैं।

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