सर्दियों में अगर आपको जोड़ों में दर्द, सूजन या फिर चलने फिरने में परेशानी हो रही है तो इसपर ध्यान देना जरूरी है। ये यूरिक एसिड बढ़ने का लक्षण हो सकता है। जिन लोगों को पहले से ही ये समस्या रहती है सर्दियों में उनको ज्यादा परेशानी होने लगती है। सर्दियों में लोग गर्मियों की तुलना में कम पानी पीते हैं। इससे यूरिक एसिड ठीक से बाहर नहीं निकल पाता है और इसका लेवल बढ़ जाता है। इस मौसम में खानपान का पैटर्न भी बदल जाता है, जो यूरिक एसिड बढ़ने का एक बड़ा कारण माना जाता है।
दिल्ली के आरएमएल हॉस्पिटल में मेडिसिन विभाग में डायरेक्टर प्रोफेसर डॉ। सुभाष गिरि बताते हैं किसर्दियों में लोग मांस, अंडे, ड्राई फ्रूट्स औज्यादा खाते हैं। इनमें प्यूरिन होता है, जो यूरिक एसिड बढ़ा देता है। इस मौसम में गर्मयों की तुलना मेंकम फिजिकल एक्टिविटी होती है।इससे मेटाबॉलिज्म स्लो होता है और यूरिक एसिड जमा होने लगता है। कुछ मामलों में यूरिक एसिड के क्रिस्टल जोड़ों में जम जाते हैं। इस कारण जोड़ों में दर्द, जूसन या फिर चलने- फरने में परेशानी हो सकती है। जिन लोगों को पहले से यह समस्या है उनकी परेशानी और भी बढ़ जाती है।
यूरिक एसिड बढ़ने के लक्षण कैसे दिखते हैं?
पैर के अंगूठे में अचानक तेज दर्द
घुटनों में अचानक तेज दर्द
जोड़ों में सूजन
सुबह उठते समय चलने में परेशानी
गाउट की बीमारी होने का खतरा
डॉ सुभाष बताते हैं कि अगर यूरिक एसिड लंबे समय तक बढ़ा रहे तो इससे गाउट की बीमारी हो जाती है। इस बीमारी के कारण जोड़ों में तेज दर्द होता है। इस बीमारी के इलाज के लिए खानपान का ध्यान रखने के साथ-साथ दवाओं का कोर्स भी करना पड़ता है। ऐसे में जरूरी है कि अगर आपको यूरिक एसिड बढ़ने के कोई भी लक्षण दिख रहे हैं तो इस मामले में डॉक्टर से सलाह लें और अपना यूरिक एसिड का टेस्ट कराएं।
सर्दियों में यूरिक एसिड कैसे कंट्रोल करें?
सर्दी में भी शरीर में पानी की कमी न होने दें
रेड मीट और राजमा से दूरी बनाएं
हाई-प्यूरिन फूड्स सीमित करें
शराब से दूरी बनाएं
हल्की एक्सरसाइज और स्ट्रेचिंग करें
डिस्क्लेमर : सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से विशेषज्ञ राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें। आर्यावर्त क्रांति इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।

