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1 Aug 2025, Fri

जरा-जरा सी बात पर तिलमिला उठते हैं आप, तो खुद को करें कंट्रोल, वरना ब्‍लड वेसल्‍स होंगी खराब

गुस्‍सा किसे नहीं आता। कुछ लोग तो छोटी छोटी बात पर तिलमिला उठते हैं। जब आप गुस्‍से में होते हैं, तो दिमाग स्‍ट्रेस से भर जाता है और कोई भी काम करने की क्षमता कम हो जाती है। इसके कारण करीबी रिश्‍तों के साथ ही सेहत पर भी बुरा असर पड़ता है। लेकिन क्‍या आप जानते हैं कि कुछ सैकंड का गुस्‍सा भी आप दिल के लिए नुकसानदायक है।
आपने यह तो सुना ही होगा कि गुस्सा रग रग में बहता है। यह बात एकदम सच है। अमेरिकन हार्ट असोसिएशन में पब्लिश एक स्‍टडी के अनुसार, कुछ देर का गुस्‍सा भी आपकी ब्‍लड वेसेल्‍स को प्रभावित करता है। जानते हैं कैसे।
निगेटिव फीलिंग बढ़ाती हैं हार्ट अटैक का खतरा
स्‍टडी में पाया गया है कि जब लोग खुद से जुड़ी किसी पुरानी बात को याद करते हैं, तो उन्‍हें बहुत गुस्‍सा आता है। इसका असर उनके हृदय पर भी पड़ता है। यानी की जब आप किसी भी तरह से गुस्सा करते हैं , तो आपकी ब्‍लड वेसेल्‍स काम करना बंद कर देती हैं। इस स्थिति में हृदय पर दबाव पड़ता है , जिससे हार्ट अटैक और स्‍ट्रोक की संभावना बढ़ जाती है।
ऐसे हुई स्‍टडी
स्‍टडी में 280 प्रतिभागियों को शामिल किया गया था। इसमें उन्‍हें किसी एक पर्सनल मेमोरी को याद करना था, जिससे उन्हें गुस्‍सा आए या फिर एक ऐसी सीरीज पढ़नी थी, जो उन्‍हें उदास करे। इस बीच रिसर्चर्स ने इन लोगों की ब्‍लड वेसेल्‍स सेल्‍स को नोटिस किया, ताकि जाना जा सके कि एक नेगेटिव फीलिंग ब्‍लड वेसेल्‍स को किस तरह प्रभावित करती है। उन्होंने पाया कि गुस्से के कारण ब्‍लड वेसेल को फैलने में 40 मिनट का समय लगता है। जबकि जिन लोगों में चिंता और उदासी थी, उनमें ऐसा कोई बदलाव नहीं देखा गया।
40 मिनट दे सकते हैं लंबी समस्‍या
रिसर्चर्स के अनुसार, ये 40 मिनट एक बड़ी समस्या में बदल सकते हैं। रिसर्चर्स ने पाया कि गुस्से के कारण ब्‍लड वेसेल्‍स संकुचित हो जाती हैं और ठीक से फैल नहीं पातीं। बता दें कि सिकुड़ी हुई ब्‍लड वेसेल्‍स के कारण शरीर के हर अंग में ब्‍लड सर्कुलेशन कम हो जाता है, जिसका असर सबसे पहले हृदय पर पड़ता है।
गुस्‍से को कंट्रोल करने के तरीके

  • गुस्‍सा आने पर अपना ध्‍यान भटकाएं।
  • रिवर्स काउंटिंग करना शुरू कर दें।
  • अगर आप किसी से गुस्‍सा हैं, तो बोलने से पहले दो बार सोच लें।
  • एक्‍सरसाइज कर सकते हैं।
  • अपने विचारों को एक डायरी में लिखना शुरू करें।

By Aryavartkranti Bureau

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