नई दिल्ली, एजेंसी। देश में वित्त वर्ष 26 में आवासीय फ्लैट की कीमतों में बढ़ोतरी हो सकती है. हाल ही में आई इंडिया रेटिंग्स के मुताबिक, अगले साल घर की कीमतें 3 से 4 प्रतिशत तक बढ़ सकती हैं, जिसके पीछे का कारण मांग में आई कमी है।
रेटिंग फर्म ने कहा कि वित्त वर्ष 25 के पहले नौ महीनों में शीर्ष आठ शहरों में औसत मूल्य में 8% की बढ़ोतरी हुई है। जबकि वित्त वर्ष 24 में यह 21% और वित्त वर्ष 23 में 14% की वृद्धि थी। रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2025 की पहली छमाही में बेंगलुरू बाजार में कीमतों में सबसे अधिक 23% की बढ़ोतरी देखी गई, जिसके बाद दिल्ली एनसीआर में 13 प्रतिशत दाम बढ़े और पुणे में घरों की कीमतों में 12 प्रतिशत का उछाल आया है।
बिक्री में आएगी गिरावट
रेटिंग एजेंसी ने अनुमान जताया है कि वित्त वर्ष 2026 में रेसिडेंशियल प्रॉपर्टी की बिक्री में कमी आएगी, जिसके कारण से मांग में दबाव के चलते, रेट बढ़ सकते हैं। प्रॉपर्टी रिसर्च फर्म लियासेस फोरास के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि टॉप आठ रियल एस्टेट शहरों अहमदाबाद, बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद, कोलकाता, मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर), राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) और पुणे में वित्त वर्ष 24 में आवासीय बिक्री में 32% की बढ़ोतरी हुई है।
रेटिंग फर्म को उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2025 में कुल बिक्री सालाना आधार पर 17% बढ़कर 593 मिलियन वर्ग फीट हो जाएगी और वित्त वर्ष 2026 में इसमें और गिरावट आकर यह सालाना आधार पर 9% रह जाएगी। वित्त वर्ष 2025 के 9 महीनों में, MMR ने टॉप 8 रियल एस्टेट शहरों में 25% हिस्सेदारी के साथ सबसे बड़ा माइक्रो-मार्केट बनाया, जिसके बाद हैदराबाद और पुणे का स्थान रहा। वित्त वर्ष 2025 के 9 महीनों में चेन्नई ने सालाना आधार पर सबसे अधिक 46% की बढ़ोतरी दर्ज की गई।