इस्लामाबाद, एजेंसी। जम्मू-कश्मीर पर पाकिस्तान के झूठ का एक बार फिर पर्दाफाश हुआ है। भारत के विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान की मीडिया की उन रिपोर्ट्स को खारिज कर दिया जिसमें कहा गया कि संयुक्त राष्ट्र महासभा में उसने जम्मू-कश्मीर को लेकर प्रस्ताव लाया और उसे बिना वोटिंग के ही पारित कर दिया गया। न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक, विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि ये वार्षिक प्रस्ताव था, जिसे तीसरी कमेटी में रखा गया।
मंत्रालय ने कहा, हमने यूएनजीए में एक प्रस्ताव के बारे में भ्रामक विदेशी मीडिया रिपोर्टें देखी हैं। यह पाकिस्तान द्वारा तीसरी समिति में पेश किया गया एक वार्षिक प्रस्ताव है। इसे बिना वोट के अपनाया जाता है। सूत्र ने दावा किया, इस प्रस्ताव में जम्मू-कश्मीर का कोई जिक्र नहीं है।
पाकिस्तानी मीडिया की रिपोर्टों में दावा किया गया, लोगों के आत्मनिर्णय के अधिकार पर देश के संकल्प को संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) की ओर से अपनाया गया था। हालांकि इस मामले से जुड़े एक सूत्र ने कहा कि पाकिस्तान हर साल संयुक्त राष्ट्र की तीसरी समिति में यह प्रस्ताव पेश करता है। संयुक्त राष्ट्र महासभा की तीसरी समिति को सामाजिक, मानवीय और सांस्कृतिक समिति और C3 भी कहा जाता है। ये संयुक्त राष्ट्र महासभा की छह प्रमुख समितियों में से एक है।
पाकिस्तान के पास एक ही मुद्दा
पाकिस्तान के पास संयुक्त राष्ट्र में एक ही बड़ा मुद्दा है और वो है जम्मू कश्मीर। उसके किसी भी प्रस्ताव पर भारत की नजर रहती है। अक्सर पाकिस्तान कश्मीर के मुद्दे पर टिप्पणियां करता है, जिसका जवाब भारत भी देता है। यूनाइटेड नेशन जनरल असेंबली 193 सदस्य देशों से मिलकर बना है। भारत और पाकिस्तान भी इसका हिस्सा हैं। यूनाइटेड नेशन जेनरल असेंबली की बैठक सितंबर से दिसंबर तक के लिए होती है। इस दौरान सभी देश अपने मुद्दे इस मंच पर रखते हैं। हालांकि, विदेश मंत्रालय ने खासतौर से स्पष्ट किया कि प्रस्ताव में जम्मू कश्मीर का कोई जिक्र नहीं है, जिसको लेकर कथित रूप से विदेशी मीडिया में फर्जी खबरें चलाई जा रही थी।