मुंबई, एजेंसी। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने मौद्रिक नीति की बैठक में बड़ा फैसला लेते हुए रेपो रेट में 25 बेसिस पॉइंट की कटौती कर इसे 5.50 प्रतिशत से घटाकर 5.25 प्रतिशत कर दिया। आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने बताया कि यह कटौती तत्काल प्रभाव से लागू हो जाएगी। इस कदम से होम लोन और अन्य कर्ज पर ब्याज दरों में कमी आने की संभावना है, जिससे उपभोक्ताओं की ईएमआई कम होगी और बैंक कम दरों पर लोन ऑफर कर सकते हैं।
छह-सदस्यीय मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने सर्वसम्मति से रेपो दर में 25 बेसिस पॉइंट की कटौती का निर्णय लिया। इसके अलावा नकदी नीतियों में भी बदलाव किया गया। कैश रिजर्व रेशियो (सीआरआर) 3 प्रतिशत पर रखा गया है, जबकि सिक्योरिटी डेपो फंड (एसडीएफ) दर 5.25 प्रतिशत, मॉर्गेज सपोर्ट फंड (एमएसएफ) और बैंक दर 5.75 प्रतिशत पर स्थिर रखी गई।
आरबीआई ने इस माह के लिए 1 लाख करोड़ रुपये की ओपन मार्केट ऑपरेशन बाइंग और 5 बिलियन डॉलर की 3 वर्षीय यूएसडी/आईएनआर स्वैप की घोषणा की है। केंद्रीय बैंक ने कहा कि यह कदम वित्तीय प्रणाली में पर्याप्त नकदी उपलब्ध कराने और बाजार में स्थिरता बनाए रखने के लिए उठाया गया है।
2025 में यह चौथी बार है जब रेपो दर में कटौती की गई है। फरवरी में 25 बेसिस पॉइंट, अप्रैल में 25 बेसिस पॉइंट, जून में 50 बेसिस पॉइंट और अब दिसंबर में 25 बेसिस पॉइंट की कटौती की गई। कुल मिलाकर इस साल रेपो दर में 125 बेसिस पॉइंट यानी 1.25 प्रतिशत की कमी की गई है। इससे पहले इस साल रेपो दर दो बार स्थिर रही थी।
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि पिछला महीना चुनौतीपूर्ण रहा, लेकिन आगे के महीने में जीडीपी और मुद्रास्फीति अच्छे स्तर पर रहने की उम्मीद है। दूसरी तिमाही में रियल जीडीपी ग्रोथ 8।2 प्रतिशत रही है और इस वित्त वर्ष की पहली छमाही में जीडीपी ग्रोथ 8 प्रतिशत रहने का अनुमान है। इस फैसले के बाद शेयर बाजार में तेजी देखी गई। सेंसेक्स 200 अंकों से अधिक बढ़कर 85,500 के ऊपर कारोबार कर रहा है, जबकि निफ्टी 75 अंक बढ़कर 26,110 पर पहुंच गया। निफ्टी बैंक में 364 अंकों की तेजी आई है।

