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21 Dec 2025, Sun

दक्षिण अफ्रीका ने दूसरा टेस्ट भी जीता, 25 साल बाद भारत में जीती टेस्ट सीरीज

नईदिल्ली। दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम ने दमदार प्रदर्शन करते हुए भारतीय क्रिकेट टीम को दूसरे टेस्ट में 408 रन से हरा दिया। इसी के साथ उसने सीरीज 2-0 से जीत ली है। साल 2000 के बाद यह पहला मौका है जब दक्षिण अफ्रीका ने भारतीय सरजमीं पर टेस्ट सीरीज जीती है। आखिरी बार उसे साल 2000 में 2-0 से जीत मिली थी। उस समय भारतीय टीम के कप्तान सचिन तेंदुलकर थे। आइए गुवाहाटी टेस्ट में बने रिकॉर्ड्स पर नजर डालते हैं।
दक्षिण अफ्रीका ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने का फैसला किया। उनका ये फैसला सही साबित हुआ और पहली पारी में उसने 489 रन बना दिए। सेनुरन मुथुसामी ने शानदार 109 रन की पारी खेली। मार्को यानसन ने 93 रन बनाए। जवाब में भारत की पारी 201 रन पर समाप्त हो गई। दक्षिण अफ्रीका ने अपनी दूसरी पारी 260/5 के स्कोर पर घोषित की और भारत को 549 रन का लक्ष्य दिया। भारत की दूसरी पारी 140 रन पर समाप्त हुई।
पारी की हार को छोड़ दें तो ये टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में रनों के लिहाज से भारत की सबसे बड़ी हार है। इससे पहले साल 2004 में भारतीय टीम को 342 रन से ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम ने हराया था। साल 2006 में उसे पाकिस्तान क्रिकेट टीम के खिलाफ 341 रन से हार मिली थी। सूची में चौथे स्थान पर भी ऑस्ट्रेलिया ही है। उसने साल 2007 में भारतीय टीम को मेलबर्न के मैदान पर 337 रन से हराया था।
टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने उतरी प्रोटियाज टीम को 201 रन के कुल स्कोर पर 5वां झटका लगा था। उसके बाद बल्लेबाजी के लिए आए मुथुसामी ने बड़े ही संयम के साथ बल्लेबाजी की और काइल वेरेने (45) के सात 7वें विकेट के लिए 88 रनों की अहम साझेदारी निभाई। उसके बाद उन्होंने यानसन के साथ 8वें विकेट के लिए 97 रनों की साझेदारी निभाई। मुथुसामी पारी में 206 गेंदों में 10 चौके और 2 छक्के लगाकर आउट हुए।
इस शतक के साथ ही मुथुसामी के नाम खास उपलब्धि भी दर्ज हो गई है। वह भारतीय सरजमीं पर 7वें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए शतक जड़ने वाले केवल दूसरे विदेशी बल्लेबाज बने हैं। उनसे पहले प्रोटियाज विकेटकीपर बल्लेबाज क्विंटन डिकॉक ने यह कारनामा किया था। उन्होंने साल 2019 में भारत दौरे पर खेले गए विशाखापट्टनम टेस्ट में 7वें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 111 रन की शतकीय पारी खेली थी।
गुवाहाटी के बरसापारा क्रिकेट स्टेडियम में यह पहला टेस्ट मैच था, जिसके साथ मुथुसामी ने इतिहास रच दिया। वह इस मैदान पर शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज बन गए हैं। इसी तरह मुथुसामी के तीनों 50+ स्कोर एशियाई धरती पर ही आए हैं। उनका पिछला सर्वश्रेष्ठ स्कोर 89* रन था, जो उन्होंने पिछले महीने पाकिस्तान के खिलाफ रावलपिंडी टेस्ट में बनाया था। उन्होंने चटगांव में बांग्लादेश के खिलाफ नाबाद 68 रनों की पारी भी खेली थी।
यानसन ने पहली पारी में 91 गेंदों का सामना किया और 93 रन बनाए। उनके बल्ले से 6 चौके और 7 छक्के निकले। उनकी स्ट्राइक रेट 102.20 की रही। इस खिलाड़ी ने मुथुसामी के साथ मिलकर 106 गेंदों में 97 रन की शानदार साझेदारी निभाई। ये उनके टेस्ट करियर का चौथा और भारतीय टीम के खिलाफ दूसरा अर्धशतक रहा। इस खिलाड़ी ने अपने टेस्ट करियर का सर्वश्रेष्ठ स्कोर भी बनाया।
कुलदीप ने पहली पारी में 29.1 ओवर गेंदबाजी की और 115 रन देकर 4 विकेट लिए। उनकी इकॉनमी रेट 3.90 की रही। यह उनके टेस्ट करियर का चौथा 4 विकेट हॉल रहा। उन्होंने 17 टेस्ट की 32 पारियों में 76 विकेट लिए हैं।
यशस्वी जायसवाल ने पहली पारी में 97 गेंदों का सामना किया और 58 रन बनाए। उनके बल्ले से 7 चौके और 1 छक्का निकला। यह उनके टेस्ट करियर का 13वां और प्रोटियाज टीम के खिलाफ पहला अर्धशतक रहा। उन्होंने अब तक 28 टेस्ट मैच खेले हैं और इसकी 53 पारियों में 49.23 की औसत के साथ 2,511 रन बनाने में सफल रहे हैं। उनके बल्ले से 6 शतक भी निकले हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 214* रन रहा है।
यानसन ने भारत की पहली पारी में 19.5 ओवर गेंदबाजी की और 5 मेडन के साथ 48 रन देकर 6 विकेट चटकाए। ये उनके टेस्ट करियर का चौथा और भारत के खिलाफ पहला 5 विकेट हॉल रहा। अपनी शानदार शॉट गेंदों से यानसन ने भारतीय बल्लेबाजों को खूब परेशान किया। टेस्ट करियर में यानसन का सबसे बेहतरीन प्रदर्शन भारतीय टीम के खिलाफ ही रहा है। उन्होंने भारत के खिलाफ सबसे ज्यादा विकेट चटकाए हैं।
दक्षिण अफ्रीका की दूसरी पारी में ट्रिस्टन स्टब्स ने 180 गेंदों का सामना किया और 94 रन बनाए। उनके बल्ले से 9 चौके और 1 छक्का निकला। टोनी डी जोरजी के साथ मिलकर 160 गेंदों में 101 रन की साझेदारी निभाई। जोरजी के आउट होने के बाद स्टब्स और वियान मूल्डर के बीच 122 गेंदों में 82 रन की साझेदारी हुई। स्टब्स ने कुल 14 टेस्ट खेले हैं और 26 पारियों में 31.262 की औसत से 759 रन बनाए हैं।
रविंद्र जडेजा ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में अपने 50 विकेट भी पूरे कर लिए। उन्होंने इस टीम के खिलाफ 3 बार 5 विकेट हॉल लिए हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 6/138 का रहा है। उनसे पहले अनिल कुंबले (84), जावागल श्रीनाथ (64), हरभजन सिंह (60) और रविचंद्रन अश्विन (57) यह कारनामा कर चुके हैं। जडेजा ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 19.63 की औसत से गेंदबाजी की है। उन्होंने 11 मैच की 19वीं पारी में यह उपलब्धि हासिल की।
साइमन हार्मर ने दूसरी पारी में घातक गेंदबाजी करते हुए 6 विकेट चटकाए। यह उनके टेस्ट करियर का दूसरा ही 5 विकेट हॉल है। इससे पहले उन्होंने सीरीज के पहले कोलकाता टेस्ट में भी कुल 8 विकेट लिए थे। इस खिलाड़ी ने 23 ओवर गेंदबाजी की और 6 मेडन के साथ 37 रन खर्च करते हुए ये विकेट चटकाए। पहली पारी में हार्मर ने 27 ओवर में 64 रन देकर 3 विकेट लिए थे।

By Aryavartkranti Bureau

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