केंद्रीय उपभोक्ता कार्य, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री प्रह्लाद जोशी ने मंगलवार को कहा कि पंजाब के मलौट में 1.5 लाख मीट्रिक टन क्षमता वाले हब साइलो कॉम्प्लेक्स का चालू होना वर्ल्ड-क्लास, क्लाइमेट-रेजिलिएंट स्टोरेज इंफ्रास्ट्रक्चर के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत करता है। केंद्रीय मंत्री जोशी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, मैंने दो ट्रांसफॉर्मेटिव डिजिटल प्लेटफॉर्म ‘भंडारण 360 ईआरपी’ और स्मार्ट एक्जिम वेयरहाउसिंग सिस्टम का उद्घाटन किया। ये दोनों ही प्लेटफॉर्म भारत के वेयरहाउसिंग और लॉजिस्टिक्स इकोसिस्टम में ट्रांसपैरेंसी, ऑटोमेशन और एफिशिएंसी को बढ़ावा दे रहे हैं।
उन्होंने आगे जानकारी देते हुए कहा कि हमने भारतीय खाद्य निगम के अन्न दर्पण और उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के आशा पोर्टल को भी लॉन्च किया, जिसके जरिए डिपो ऑपरेशन का आधुनिकीकरण किया जा रहा है और सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के लिए एआई-ड्रिवन, लाभार्थी-केंद्रित फीडबैक को सक्षम बनाया जा रहा है।
उन्होंने कार्यक्रम में कहा कि भंडारण 360 जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म देश भर में सप्लाई चेन दक्षता को मजबूत करेंगे और टेक्नोलॉजी सर्विस डिलीवरी में पारदर्शिता लाएगी। यह प्लेटफॉर्म एसएपी एस/4 एचएएनए पर आधारित है और समय से पहले क्रियान्वित, फाइनेंस, मार्केटिंग, गोदाम मैनेजमेंट, कॉन्ट्रैक्ट मैनेजमेंट, परियोजना निगरानी और अन्य प्रमुख कार्यों सहित 41 मॉड्यूल को इंटीग्रेट करती है।
भारतीय खाद्य निगम का माइक्रोसर्विस-आधारित प्लेटफॉर्म अन्न दर्पण प्रोक्योरमेंट, स्टोरेज, आवाजाही, बिक्री, क्वालिटी चेक, लेबल मैनेजमेंट और कॉन्ट्रैक्ट मॉनिटरिंग जैसी प्रमुख गतिविधियों को एक इंटीग्रेटेड सिस्टम के अंतर्गत जोड़ता है। यह एफसीआई और डीओपीडी दोनों के प्रमाणिक स्रोत के रूप में कार्य करता है। वहीं, डिजिटल परिवर्तन 2.0 के अंतर्गत कंटेनर फ्रेट स्टेशनों (सीएफएस/आईसीडी) और सामान्य गोदामों के लिए स्मार्ट एक्जिम वेयरहाउस सिस्टम को शुरू किया गया है। यह सिस्टम प्रमुख प्रक्रियाओं को स्वचालित करने के लिए एआई, आईओटी, फास्टैग, ओसीआर/एएनपीआर, जीएनएसएस और दूसरी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करता है।
खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग ने अन्न सहायता होलिस्टिक एआई सॉल्यूशन (एएसएचए) की भी शुरूआत की है। एआई-आधारित यह प्लेटफॉर्म लाभार्थियों को अपनी पसंदीदा भाषा में स्वचालित कॉल के जरिए राशन वितरण पर उनकी प्रतिक्रिया साझा करने की सुविधा देता है।

