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17 Jul 2025, Thu

छात्रा की मौत के बाद बवाल, बीजद का प्रदर्शन; पुलिस ने किया लाठीचार्ज, हिरासत में लिए गए कई कार्यकर्ता

भुवनेश्वर/बालासोर। बालासोर में यौन उत्पीड़न से परेशान होकर आत्मदाह करने वाली छात्रा की मौत के बाद ओडिशा में बवाल मचा हुआ है। छात्रा की मौत के विरोध में राज्य में जगह-जगह सरकार के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं। बुधवार को राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी बीजद ने बालासोर बंद का आह्वान करते हुए जमकर प्रदर्शन किया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए लाठीचार्ज व पानी की बौछार की और आंसू गैस के गोले छोड़े। इस दौरान कई बीजद कार्यकर्ताओं को हिरासत में भी लिया गया। वहीं पुलिस के साथ हुई झड़प में दो पूर्व मंत्रियों सहित बीजद के कई कार्यकर्ता और नेता घायल हो गए।
बालासोर स्थित फकीर मोहन स्वायत्तशासी महाविद्यालय में प्रोफेसर के यौन उत्पीड़न से क्षुब्ध होकर आत्मदाह करने वाली छात्रा का सोमवार देर रात को निधन हो गया था। छात्रा की मौत के बाद बीजू जनता दल ने सड़क पर उतरकर ओडिशा सरकार के विरोध में बालासोर बंद का आह्वान किया। बीजद कार्यकर्ताओं ने बालासोर में सड़कों पर टायर जलाए। भुवनेश्वर में बीजद कार्यकर्ता जब राज्य सचिवालय लोक सेवा भवन की ओर मार्च लेकर जा रहे थे तो लोअर पीएमजी स्क्वायर के पास बैरिकेड लगे देख उनका आक्रोश बढ़ गया। कार्यकर्ताओं ने बैरिकेड तोड़ दिया और पुलिस कर्मियों के साथ उनकी झड़प हो गई।
पुलिस ने कहा कि बीजद कार्यकर्ताओं को बाद में गिरफ्तार कर लिया गया और उन्हें आंदोलन स्थल से ले जाया गया। घायल लोगों में पूर्व मंत्री प्रणब प्रकाश दास और प्रीति रंजन घराई भी शामिल हैं। पार्टी के एक पदाधिकारी ने बताया कि घराई को पहले यहां कैपिटल अस्पताल ले जाया गया और बाद में उन्हें भुवनेश्वर के उत्कल अस्पताल के आईसीयू में स्थानांतरित कर दिया गया। उन्होंने बताया कि दास को एक निजी अस्पताल ले जाया गया।
लोक सेवा भवन पर कड़े सुरक्षा इंतजाम
बीजद के विरोध प्रदर्शन को देखते हुए भुवनेश्वर में लोक सेवा भवन में सुरक्षा कड़ी कर दी गई। पुलिस ने बताया कि राज्य सचिवालय के निकट स्थित राजीव भवन और खारवेल भवन सहित शहर के अन्य सरकारी भवनों में भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। पुलिस आयुक्त एस देव दत्त सिंह सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी के लिए लोक सेवा भवन के पास मौजूद रहे। सचिवालय में आगंतुकों का प्रवेश भी प्रतिबंधित कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि पूर्व अपॉइंटमेंट वाले लोगों को संबंधित विभागों की सिफारिश पर प्रवेश पास जारी किए जा रहे हैं।
नवीन पटनायक ने सरकार को घेरा
इससे पहले, बीजद प्रमुख नवीन पटनायक ने ओडिशा सरकार की आलोचना करते हुए उनके प्रशासन को विफल बताया। उन्होंने कहा कि छात्रा की मौत कोई दुर्घटना नहीं थी, बल्कि एक ऐसी व्यवस्था का नतीजा थी जो मदद करने के बजाय चुप रही। उन्होंने कहा कि यह सोचना और भी परेशान करने वाला है कि एक विफल व्यवस्था किसी की जान कैसे ले सकती है। सबसे दुखद बात यह है कि यह कोई दुर्घटना नहीं थी, बल्कि एक ऐसी व्यवस्था का नतीजा थी जो मदद करने के बजाय चुप रही। न्याय के लिए संघर्ष करती हुई लड़की ने आखिरकार अपनी आँखें बंद कर लीं। पटनायक ने कहा कि बार-बार मदद मांगने के बावजूद प्रशासन ने छात्रा की उपेक्षा की। बड़ी हिम्मत के साथ, उसने कॉलेज प्रिंसिपल को पत्र लिखकर अपने साथ हुए यौन उत्पीड़न की जानकारी दी थी। कॉलेज प्रशासन द्वारा नज़रअंदाज़ किए जाने के बाद भी उसने हार नहीं मानी। न्याय की गुहार लगाने के लिए उसने उच्च शिक्षा मंत्री, मुख्यमंत्री कार्यालय और यहां तक कि एक केंद्रीय मंत्री से भी संपर्क किया। उसने बालासोर के सांसद से व्यक्तिगत रूप से मिलकर अपनी पीड़ा भी साझा की थी।

By Aryavartkranti Bureau

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