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4 Sep 2025, Thu

चीन की विक्ट्री डे परेड पर थी डोनाल्ड ट्रंप की नजर, जिनपिंग से अमेरिका के लिए चाहते थे इस बात का क्रेडिट

वॉशिंगटन, एजेंसी। उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बुधवार को चीन की अब तक की सबसे बड़ी सैन्य परेड में शामिल होने के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बयान देते हुए कहा था कि पुतिन, किम जोंग उन और शी जिनपिंग अमेरिका के खिलाफ साजिश रच रहे हैं। वहीं अब चंद घंटों बाद ट्रंप ने बीजिंग और वाशिंगटन के बीच संबंधों की वर्तमान स्थिति पर टिप्पणी की है, और चीनी नेतृत्व के साथ अपने व्यक्तिगत संबंधों को बहुत अच्छा बताया है। व्हाइट हाउस में पोलैंड के राष्ट्रपति के साथ द्विपक्षीय बैठक के दौरान बोलते हुए, अमेरिकी राष्ट्रपति ने परेड के दौरान शी जिनपिंग के भाषण पर अपनी निराशा व्यक्त की , क्योंकि चीनी राष्ट्रपति ने चीन के स्वतंत्रता संघर्षों के दौरान समर्थन देने में अमेरिका की भूमिका को मान्यता नहीं दी थी।
चीन का सैन्य परेड पर ट्रंप का बयान
द्वितीय विश्व युद्ध की समाप्ति की 80वीं वर्षगांठ के अवसर पर चीन द्वारा आयोजित विशाल सैन्य परेड का जिक्र करते हुए ट्रंप ने कहा कि यह बहुत प्रभावशाली और सुंदर था, एवं उन्होंने यह संकेत दिया कि यह उनका ध्यान आकर्षित करने के लिए किया गया था, जिसे उन्होंने स्वीकार किया। ट्रंप ने कहा ‘जब उन्होंने जो किया, मुझे लगा कि यह एक सुंदर समारोह था, यह बहुत प्रभावशाली था, लेकिन मैं समझ गया कि वो ऐसा क्यों कर रहे थे। वो उम्मीद कर रहे थे कि मैं देख रहा हूं, और मैं देख रहा था। उन सभी के साथ मेरे संबंध बहुत अच्छे हैं, और अगले एक या दो सप्ताह में हमें पता चल जाएगा कि यह कितना अच्छा है’।
भाषण में अमेरिका का जिक्र न होने पर ट्रंप निराशा
हालांकि समारोह की सराहना करने के बावजूद ट्रंप ने इस बात पर निराशा व्यक्त की कि राष्ट्रपति शी ने अपने भाषण में अमेरिकी सैनिकों का जिक्र या धन्यवाद नहीं किया। उन्होंने आगे कहा, ‘मुझे लगता है कि जब चीन स्वतंत्रता की बात करता है तो हमने उसकी बहुत मदद की है, और मैं नहीं मानता कि चीन को स्वतंत्रता दिलाने में मदद करने के लिए अमेरिका को स्वीकार किया गया है… मैंने कल रात राष्ट्रपति शी को सुना, और मुझे लगता है कि अमेरिका का जिक्र किया जाना चाहिए था, क्योंकि हमने चीन की बहुत मदद की है।
द्वितीय विश्व युद्ध की समाप्ति की 80वीं वर्षगांठ
चीन ने द्वितीय विश्व युद्ध की समाप्ति की 80वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में एक विशाल सैन्य परेड का आयोजन किया था। जिसमें रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग-उन भी शामिल हुए। इस दौरान बीजिंग ने अपनी सैन्य शक्ति का प्रदर्शन किया। इस विशाल शक्ति प्रदर्शन में 50,000 मेहमानों और दर्शकों के सामने चीन की बढ़ती सैन्य शक्ति का प्रदर्शन किया गया। चीन 3 सितम्बर को 1945 में जापान के खिलाफ संघर्ष में मिली जीत की वर्षगांठ के रूप में मनाता है, जब द्वितीय विश्व युद्ध में जापान की हार हुई थी। चीन ने बीजिंग के तियानमेन चौक पर एक विशाल और बेहद सुनियोजित सैन्य परेड का आयोजन किया, जिसमें एक नई लंबी दूरी की हाइपरसोनिक मिसाइल, पानी के नीचे चलने वाले ड्रोन और यहां तक कि रोबोट भेड़ियों का भी प्रदर्शन किया गया।
जिनपिंग ने देश को बताया अजेय
इस दौरान चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने देश को अजेय” बताते हुए कार्यक्रम में अपने भाषण के दौरान शांतिपूर्ण विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता का आश्वासन दिया। जिनपिंग ने कहा कि चीन शांतिपूर्ण विकास के मार्ग पर चलेगा, मानवता, शांति और विकास का उद्देश्य प्रबल होगा।
‘हमने चीन की आजादी में मदद की’
हालांकि ट्रंप ने शिकायत की कि चीन ने संयुक्त राज्य अमेरिका को भाषण से बाहर रखा गया। ट्रंप ने बुधवार को कहा ‘राष्ट्रपति शी मेरे मित्र हैं, लेकिन मुझे लगा कि कल रात के भाषण में अमेरिका का उल्लेख किया जाना चाहिए था, क्योंकि हमने चीन की मदद की थी’।
अमेरिका के खिलाफ षड्यंत्र रचने का आरोप
परेड से पहले ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया ट्रुथ पर शी जिनपिंग पर अमेरिका के खिलाफ षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया था क्योंकि किम जोंग उन और पुतिन सैन्य परेड में शामिल हुए थे। ट्रंप ने पोस्ट में कहा, ‘राष्ट्रपति शी और चीन की जनता को मेरी शुभकामनाएं। कृपया मेरी गर्मजोशी भरी बधाई पुतिन और किम जोंग उन को भी दें, क्योंकि आप सब मिलकर अमेरिका के खिलाफ साजिश कर रहे हैं’। उन्होंने अपनी पोस्ट में आगे लिखा, “सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग उस भारी समर्थन और खून का जिक्र करेंगे जो संयुक्त राज्य अमेरिका ने चीन को एक बेहद विदेशी आक्रमणकारी से आजादी दिलाने में दिया था।।चीन की विजय और गौरव की खोज में कई अमेरिकी मारे गए। मुझे उम्मीद है कि उन्हें उनके साहस और बलिदान के लिए उचित सम्मान और याद दिया जाएगा!’।
‘वहां होना मेरे लिए उचित नहीं होता’
ट्रंप ने इससे पहले संवाददाताओं से कहा था कि वह इस परेड को संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए चुनौती के रूप में नहीं देखते। 3 सितम्बर को जब ट्रम्प से पूछा गया कि क्या वह इस बात से नाराज हैं कि उन्हें बीजिंग में परेड में आमंत्रित नहीं किया गया, तो उन्होंने कहा, वहां होना मेरे लिए उचित नहीं होता’।

By Aryavartkranti Bureau

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