ईरानी। युद्ध और ट्रेड वार से परेशान ईरान के सुप्रीम लीडर खामनेई की टेंशन एक 43 वर्षीय गायक ने बढ़ा दी है। दरअसल, ईरानी गायक मेहदी यारही ने हिजाब को लेकर एक गाना गाया था, जिसको लेकर ईरान की कोर्ट ने सरकारी नियम के तहत उसे 74 कोड़े मारने के आदेश दिए थे।
अब 74 कोड़े खाने के बाद यारही का एक बयान सामने आया है। यारही ने कहा है कि मैं लोगों की आजादी के लिए 74 नहीं 740 कोड़े भी खा सकता हूं।
आजादी के लिए कुर्बानी देने को तैयार
ईरान इंटरनेशनल की रिपोर्ट के मुताबिक वकील चाहते थे कि यारही को कोड़े न मारा जाए, इसको लेकर एक समझौते पर पहुंचने की कवायद शुरू हुई, लेकिन यारही ने कहा कि वह कोड़े मारने की सजा को रद्द करने का अनुरोध नहीं करेंगे।
यारही ने कहा कि यह आजादी से जुड़ा मसला है। हम अपनी आजादी को समझौते से खत्म नहीं करेंगे। यारही ने ईरान के अधिकारियों से कहा कि आपने पत्थर को तोड़ने के लिए कांच का सहारा लिया है। यह आपके लिए नुकसानदेह साबित होगा।
फिल्मी जगत के लोगों ने शुरू किया विरोध
यारही के 74 कोड़े मारे जाने को लेकर फिल्मी जगत के लोगों ने विरोध शुरू कर दिया है। मशहूर अभिनेत्री तरानेह अलिदूस्ती ने इंस्टाग्राम स्टोरी में याराही की एक तस्वीर साझा करते हुए लिखा- कट्टरता पर शर्म आती है। अत्याचार पर शर्म आती है। हिंसा पर शर्म आती है। अमानवीय कानूनों पर शर्म आती है और हमारी लाचारी पर शर्म आती है। एक और स्टार इस्माइल बख्शी ने इस कोड़े मारने की घटना को ईरान में कला के पूरे समुदाय और सभी कला प्रेमियों पर कोड़ा मारने जैसा बताया।
ईरान में हिजाब को लेकर आंदोलन
2022 में ईरान में हिजाब को लेकर आंदोलन शुरू हुआ था। यहां की महिलाओं का कहना था कि ईरान में आजादी की जरूरत है। वहीं सरकार ने हिजाब पहनने को अनिवार्य कर दिया है। दिसंबर 2024 में सरकार ने एक फैसला किया, जिसमें कहा गया कि जो महिलाएं हिजाब नहीं पहनती हैं, उसके बारे में जानकारी देने पर संबंधित शख्स को इनाम दिया जाएगा।
ईरान में गायक के बागी रूख अख्तियार करने के बाद कहा जा रहा है कि ईरान में फिर से हिजाब विरोधी आंदोलन भड़क सकते हैं। ईरान पहले से ही अमेरिका के साथ ट्रेड वार और इजराइल के साथ युद्ध में फंसा हुआ है। यहां के सुप्रीम लीडर खामनेई ट्रंप और नेतन्याहू के रडार में हैं।