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1 Jun 2025, Sun

‘कई लोग मुझे इंडस्ट्री से निकालना चाहते थे’, गोविंदा ने किया बड़ा खुलासा, बॉलीवुड पर लगाए गंभीर आरोप

बॉलीवुड के हीरो नंबर 1 गोविंदा पिछले लंबे वक्त से बड़े पर्दे से गायब हैं। हाल ही में उनकी कोई फिल्म रिलीज नहीं हुई है। इस दौरान गोविंदा सिर्फ रियलटी शोज में ही नजर आए हैं। एक हालिया बातचीत में गोविंदा ने इंडस्ट्री के अपने अनुभवों के बारे में बताया। इस दौरान अभिनेता ने कहा कि इंडस्ट्री में कई लोगों ने उनकी इमेज को जानबूझकर खराब करने का काम किया और उन्हें इंडस्ट्री से बाहर करना चाहते थे।
एक यूट्यूब चैनल के साथ बातचीत में ‘पार्टनर’ फिल्म के अभिनेता ने उनको लेकर चलाई जाने वाली खबरों के बारे में बात करते हुए कहा, “जब वे लिख रहे थे कि मेरे पास काम नहीं है, तो मैंने 100 करोड़ रुपये की फिल्म छोड़ दी थी। हालांकि, बाद में मैं खुद को आईने में देख रहा था और थप्पड़ मार रहा था कि क्यों मैंने ये फिल्म छोड़ी। मैंने खुद से कहा, ‘तुम पागल हो गए हो, उस पैसे से तुम अपनी जिंदगी चला सकते थे।’ फिल्म में वही भूमिका थी जो इन दिनों चल रही है। हालांकि, खुद के साथ ईमानदार होना और अपनी अंतरआत्मा की बात सुनना बहुत जरूरी है।”
मेरे खिलाफ की गईं साजिशें
बातचीत के दौरान अभिनेता ने पिछले दिनों को याद करते हुए कहा, “उस वक्त जानबूझकर मेरी बदनामी की गई, मेरी छवि को खराब करने का प्रयास किया गया। वे मुझे फिल्म इंडस्ट्री से हटाना चाहते थे। मैं समझ गया था कि मैं एक अशिक्षित व्यक्ति हूं और पढ़े-लिखे लोगों के बीच आ गया हूं और वे मुझे हटाना चाहते थे। मैं उनका नाम खराब नहीं कर सकता, लेकिन मुझे नहीं पता था कि वे किस हद तक जाएंगे। मेरे खिलाफ साजिशें शुरू हो गईं, लोग मेरे घर के बाहर बंदूकों के साथ पकड़े गए। इन सभी साजिशों के बाद मेरा स्वभाव बदल गया।”
2019 में अंतिम बार बड़े पर्दे पर दिखे थे गोविंदा
अगर वर्क फ्रंट की बात करें तो गोविंदा अंतिम बार 2019 में आई फिल्म ‘रंगीला राजा’ में नजर आए थे। इसके बाद से वो बड़े पर्दे से गायब हैं। हालांकि, इस दौरान गोविंदा कभी पैर में गोली लगने तो कभी पत्नी सुनीता के साथ अपने तलाक की खबरों को लेकर चर्चाओं में जरूर बने रहे।

By Prabhat Pandey

प्रभात पांडेय आर्यावर्तक्रांति दैनिक हिंदी समाचार और दिशा एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसाइटी के संस्थापक हैं। निष्पक्ष पत्रकारिता, सामाजिक सेवा, शिक्षा और कल्याण के माध्यम से सामाजिक बदलाव लाने वाले प्रभात पांडेय प्रेरणा और सकारात्मकता के प्रतीक हैं।

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