नई दिल्ली। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू ने सोमवार को आरोप लगाया कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने चीन के प्रवक्ता से भी ज्यादा पड़ोसी देश की तारीफ की। उन्होंने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा में भाग लेते हुए यह भी कहा कि नेता प्रतिपक्ष ने सदन के अंदर जो बातें की हैं उन्हें साबित करना चाहिए, या फिर आसन को उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
किरेन रीजीजू ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने सदन के भीतर चीन के प्रवक्ता से भी ज्यादा चीन की तारीफ की है। रीजीजू ने दावा किया, भारत की संसद के अंदर उन्हें जिस तरह से चीन का गुणगान किया ऐसा मैंने कभी नहीं सुना था।
राहुल गांधी के दावों को बताया झूठा
दरअसल संसद में राहुल गांधी के हालिया भाषण से राजनीतिक हंगामा मच गया है। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने इस मामले पर स्पीकर से मुलाकात की। इस दौरान रिजिजू ने राहुल के दावों को चुनौती दी, सबूत मांगा और उन्हें झूठा बताया।उन्होंने कहा कि 1959 और 1962 में चीन ने भारत की जमीन पर कब्जा किया उसके लिए राहुल गांधी को माफी मांगनी चाहिए क्योंकि उनके ही परिवार के पंडित नेहरू देश के प्रधानमंत्री थे।
‘हम देश का अपमान नहीं सह सकते’
रीजीजू ने कहा, यह भारत की संसद है और इस संसद में हम देश का अपमान नहीं सह सकते। चर्चा में भाग लेते हुए कांग्रेस संसद शशिकांत सेंथिल ने कहा कि राहुल गांधी ने देश के भविष्य के दृष्टिकोण सामने रखा है और देश का युवा यही चाहता है। निर्दलीय सांसद विशाल पाटिल ने कहा कि यह सपनों का नहीं, संघर्ष का भारत बनता जा रहा है।
संसद में बजट पर चर्चा के दौरान हंगामा
बता दें कि सोमवार को संसद में बजट पर चर्चा के दौरान उन्होंने चीन और अमेरिका को लेकर ऐसी बातें कह डाली, जिसे लेकर बीजेपी भड़क गई। अब वह राहुल के खिलाफ संसद में विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाने की तैयारी कर रही है। राहुल गांधी ने दावा किया कि चीन अब भी हमारी 4,000 वर्ग किलोमीटर से अधिक भूमि पर बैठा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसे खारिज कर दिया। इस पर केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने आपत्ति जताई। आप सदन में मनचाही बात नहीं बोल सकते। ये ठीक नहीं है और ये गंभीर विषय है। आपने देश की छवि को नुकसान पहुंचाने वाली बात कही। प्रधानमंत्री की कुर्सी का अपमान किया और संसद की गरिमा को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की।