वॉशिंगटन, एजेंसी। अमेरिका में राष्ट्रपति बनने के बाद डोनाल्ड ट्रंप लगातार बडे़-बड़े संस्थाओं को आंख दिखा रहे हैं। इसी कड़ी में व्हाइट हाउस ने इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट के बजट में कटौती की बात कह दी है। कहा जा रहा है कि अमेरिका आईसीसी को एक भी पैसा नहीं देना चाहता है। ट्रंप इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट को अप्रभावी संस्था कहकर मजाक उड़ा रहे हैं।
इधर, आईसीसी के वारंट पर ट्रंप के एक करीबी माने जाने वाले नेता को गिरफ्तार कर लिया गया है। दरअसल, फिलीपींस की सरकार ने पूर्व राष्ट्रपति रोडरिगो दुर्तेते को गिरफ्तार कर लिया है। दुतरेते के खिलाफ इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट ने वारंट जारी किया था। वैश्विक परिदृश्य में दुर्तेते को ट्रंप का करीबी माना जाता है।
2020 में खुलकर की थी बैटिंग
2016 में फिलीपींस के राष्ट्रपति बने दुर्तेते को ट्रंप का करीबी नेता माना जाता है। 2020 में दुर्तेते ने अमेरिकी राष्ट्रपति के चुनाव में ट्रंप के लिए खुलकर बैटिंग की। दुतरेते पहले वैश्विक नेता थे, जिन्होंने कहा था कि ट्रंप को दोबारा चुनकर आना चाहिए, जिससे दुनिया का कल्याण हो सके। हालांकि, ट्रंप चुनाव नहीं जीत पाए, जिसके बाद 2022 में दुर्तेते भी फिलीपींस में चुनाव हार गए। चुनाव हारने के बाद से ही दुतरेते साइड लाइन चल रहे थे। अब जब ट्रंप वापस अमेरिका में राष्ट्रपति बन गए तो दुर्तेते को भी अच्छे दिन आने की उम्मीद जगी थी। हालांकि, इंटरनेशनल कोर्ट के एक वारंट ने दुर्तेते के मंसूबों पर पानी फेर दिया।
दुर्तेते पर क्या है आरोप?
दुर्तेते पर ड्रग्स के नाम पर लोगों के साथ हिंसक अपराध कराने का आरोप है। कहा जाता है कि जब वे राष्ट्रपति थे, तो फिलीपींस को ड्रग्स मुक्त करने के लिए कई अभियान चलाए। इसी अभियान के दौरान उनकी सेना लोगों पर हिंसक रूख अपनाती थी। यह मामला कोर्ट पहुंचा और कोर्ट ने दुर्तेते के खिलाफ वारंट जारी कर दिया, जिसके बाद इंटरपोल के जरिए वारंट फिलपींस सरकार को भेजा गया। हालांकि, यह भी कहा जा रहा है कि फिलीपींस के वर्तमान राष्ट्रपति बी मारकोज अपने कांटे को निकालने के लिए दुर्तेत को गिरफ्तार करवा दिया है। दुर्तेते आम चुनाव से पहले फिलीपींस की राजनीति में सक्रिय हो रहे थे।