नई दिल्ली। भाजपा के राज्यसभा सांसद दिनेश शर्मा और केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने अपने-अपने तुगलक लेन आवास की नेमप्लेट बदलकर स्वामी विवेकानंद मार्ग कर लिया है। मामले में कृष्णपाल गुर्जर ने कहा, ‘स्वामी विवेकानंद इस देश के युवाओं के लिए एक आदर्श हैं। देश के लोगों की उनके नाम के साथ भावनाएं जुड़ी हुई हैं, हमें ऐसे महापुरुष के नाम पर आस्था है, हमें स्वामी विवेकानंद और उनके आदर्शों में आस्था है। इसीलिए हमने वो नाम लिखवाया है। ये आधिकारिक तौर पर नहीं किया गया है, लेकिन देश के लोगों की स्वामी विवेकानंद में आस्था है, हम उन्हें आदर्श मानते हैं। ये देश कानून, नियम और प्रक्रियाओं का पालन करने वाला देश है। ये हमारी आस्था है इसलिए हमने यह लिखा और इसके साथ ही हमने आधिकारिक नाम भी लिखवाया है… ये राजनीति नहीं है, ये हमारी आस्था है।’
दिनेश शर्मा ने क्या कहा?
वहीं, भाजपा के राज्यसभा सांसद दिनेश शर्मा ने कहा, ‘यह सामान्य प्रक्रिया है कि जब कोई किसी घर में जाता है तो नाम पट्टिका लगा दी जाती है। मैं वहां नहीं गया था, मैंने नहीं देखा था, जब मुझसे उससे संबंधित लोगों ने पूछा कि किस तरह की नाम पट्टिका होनी चाहिए तो मैंने कहा कि आसपास के हिसाब से होनी चाहिए। आस-पास के घरों पर विवेकानंद मार्ग लिखा था और नीचे तुगलक लेन लिखा था, दोनों एक साथ लिखे थे। नेमप्लेट पर आज भी तुगलक लेन लिखा है और सुविधा के लिए विवेकानंद मार्ग लिख दिया है। मैंने कर्मचारियों से पूछा तो उन्होंने कहा कि गूगल पर वह स्थान विवेकानंद रोड आता है, ऐसा इसलिए लिखा है, ताकि लोगों को विवेकानंद रोड और तुगलक लेन में भ्रम न हो। मैं जानता हूं कि सांसद को सड़क का नाम बदलने का अधिकार नहीं है। ये राज्य सरकार और नगर निकाय का काम है, इसके लिए एक प्रक्रिया होती है। मुझे इसे बदलने का न अधिकार था, न है, न मैंने किया है। सामान्य प्रक्रिया में पेंटर ने वही नाम लिखा होगा, जो आस-पास के घरों पर लिखा था, इसका मतलब यह नहीं है कि मैंने कोई स्थान (का नाम) बदला है।
मोहम्मद बिन तुगलक के बारे में लोग अच्छी तरह जानते थे: ब्रजेश पाठक
मामले में उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा, ‘मोहम्मद बिन तुगलक के बारे में लोग अच्छी तरह जानते थे, वे एक सनकी राजा था। ऐसे सनकी व्यक्ति के नाम से मार्ग का नाम बदलकर स्वामी विवेकानंद के नाम पर रखकर उन्होंने बहुत अच्छा नाम सोचा है। स्वामी विवेकानंद ने भारत माता के ध्वज को दुनिया में पहुंचाया। समादवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव के बयान पर उन्होंने कहा, ‘अखिलेश यादव मोहम्मद तुगलक से कम नहीं हैं, उनसे पूछिए कि निषाद समाज की बेटी फूलन देवी पर उनका क्या स्टैंड है, यह दोमुही राजनीति नहीं चलेगी। आपको अपना स्टैंड स्पष्ट करना पड़ेगा। वे सिर्फ तुष्टीकरण की राजनीति करते हैं, इस प्रकार की बातें जनता देखती है, समझती है और समाजवादी पार्टी को समय आने पर इसका जवाब मिलेगा।’
केशव प्रसाद मौर्य ने क्या कहा?
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, ‘दिनेश शर्मा हमारे वरिष्ठ नेता हैं, उन्होंने अथवा किसी और नेता ने तुगलक रोड का नाम बदलकर स्वामी विवेकानंद जी का नाम लिखने का काम किया है तो मुझे लगता है कि ऐसे नामों को बदलने का दिल्ली में भी सही समय आ गया है। दिल्ली में डबल इंजन की सरकार है, तुष्टीकरण वाली सरकार नहीं।’ मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी के क्रिकेटर मोहम्मद शमी पर दिए गए बयान पर उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि इस तरह के बयान किसी भी तरह से उचित नहीं ठहराए जा सकते। वह एक खिलाड़ी हैं और देश के लिए अच्छा खेल रहे हैं और हम कामना करते हैं कि भारतीय खिलाड़ी अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें और चैंपियंस ट्रॉफी जीतें।
नेमप्लेट से तुगलक लेन हटाया: BJP सांसदों ने लिखवाया स्वामी विवेकानंद मार्ग, कहा- राजनीति नहीं, आस्था का विषय
