वॉशिंगटन, एजेंसी। गाजा को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सुर अब बदल गए हैं। ट्रंप ने कहा है कि गाजा से किसी को भी नहीं निकाला जाएगा। कल यानी बुधवार को व्हाइट हाउस में आयरिश प्रधानमंत्री माइकल मार्टिन के साथ अमेरिकी राष्ट्रपति की बैठक हुई थी। इस बैठक में एक पत्रकार ने गाजा को लेकर उनसे सवाल पूछा, जिसके जवाब में ट्रंप ने कहा कि गाजा से किसी को नहीं निकाला जाएगा।
इससे पहले ट्रंप ने गाजा को टेकओवर करने की बात कही थी। अमेरिकी राष्ट्रपति ने पिछले महीने एक बयान में कहा था कि अमेरिका गाजा पट्टी पर कब्जा कर उसे फिर नए सिरे से बनाएगा। ट्रंप के इस प्रस्ताव का इजराइली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने स्वागत किया था।
मार्टिन ने ट्रंप से मुलाकात से पहले गाजा पर भी बात की। उन्होंने कहा कि गाजा में सहायता बढ़ाए जाने की जरूरत है। मार्टिन ने युद्ध विराम और 7 अक्टूबर 2023 को इजराइल पर किए गए हमलों के बाद से हमास की कैद में बंद सभी शेष बंधकों की रिहाई का भी आह्वान किया। इजराइल ने पिछले साल दिसंबर में आयरलैंड में अपना दूतावास बंद कर दिया था। इजराइल के विदेश मंत्री गिडोन सार ने आयरलैंड पर दोहरी मानसिकता और इजराइल विरोधी नीति का आरोप लगाया था।
आयरलैंड में दूतावास को बंद करने की घोषणा करते हुए उन्होंने कहा था कि आयरलैंड ने इजराइल के साथ अपने संबंधों में हर लाल रेखा को पार कर लिया है। आयरलैंड ने इंटरनेशनल कोर्ट में इजराइल के खिलाफ दक्षिण अफ्रीका की कानूनी कार्रवाई का समर्थन किया था और इजराइल पर नरसंहार का आरोप लगाया था। आयरलैंड ने पिछले साल मई में कहा था कि वह एक स्वतंत्र फिलिस्तीनी राज्य को मान्यता देगा। इसके बाद से दोनों देशों के रिश्तों में थोड़ी खटास आ गई थी।