वॉशिंगटन। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिका से निर्वासित किए जा रहे भारतीयों को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में कहा कि भारत अवैध प्रवासियों को वापस लाने के लिए पूरी तरह तैयार है। पीएम मोदी ने इस सवाल का जवाब अपने अमेरिकी दौरे के दौरान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सामने दिए हैं। इस दौरान पीएम मोदी ने जोर देकर कहा कि मानव तस्करी को खत्म करने के लिए दोनों देशों को मिलकर काम करना चाहिए।
104 भारतीयों के निर्वासन पर मचा था बवाल
पीएम मोदी ने आगे कहा, ‘गरीब और साधारण परिवारों के युवाओं को गलत तरीके से विदेश भेजा जाता है। उन्हें बड़े सपने और झूठे वादों के जरिए फंसाया जाता है। कई लोगों को यह तक नहीं पता होता कि उन्हें कहां और क्यों ले जाया जा रहा है।’ पीएम मोदी का यह बयान ऐसे समय में आया है जब एक हफ्ते पहले 104 भारतीयों को अमेरिका से भारत भेजा गया था। इन लोगों को सैन्य विमान से वापस भेजा गया और उनके हाथों में हथकड़ी और पैरों में बेड़िया पड़े हुए थे, जिससे काफी बड़ा विवाद खड़ा हो गया था।
आतंकवाद के खिलाफ भारत-अमेरिका एकजुट
इस मौके पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एलान किया कि 2008 के मुंबई हमलों के दोषी तहव्वुर राणा को ‘दुनिया के सबसे खतरनाक अपराधियों में से एक’ बताते हुए भारत को सौंपने की बात कही। आतंकवाद के मुद्दे पर पीएम मोदी ने कहा, ‘भारत और अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ एकजुट हैं। जो आतंकवाद दूसरी तरफ से आता है, उसे खत्म करना जरूरी है। मैं राष्ट्रपति ट्रंप का धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने 2008 के नरसंहार में शामिल अपराधी को भारत को सौंपने का फैसला किया है। अब भारतीय अदालतें उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगी’
ऊर्जा और व्यापार में बड़ा समझौता
राष्ट्रपति ट्रंप ने बताया कि अमेरिका भारत को तेल और प्राकृतिक गैस का सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता बनने जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत अपने कानूनों में बदलाव कर रहा है जिससे अमेरिकी परमाणु टेक्नोलॉजी भारत में आ सके। इसके अलावा, एक ऐतिहासिक व्यापार मार्ग बनाने पर भी सहमति बनी। ट्रंप ने कहा, ‘हम एक बहुत महत्वपूर्ण व्यापार मार्ग बनाने पर सहमत हुए हैं, जो भारत, इस्राइल, इटली और अमेरिका को जोड़ेगा। यह सड़क, रेलवे और समुद्र के नीचे केबल्स से जुड़ा होगा और व्यापार को आसान बनाएगा।’
‘हम अवैध प्रवासियों को वापस लेने के लिए पूरी तरह तैयार’, ट्रंप के सामने निर्वासन पर पीएम मोदी का जवाब
