गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में तस्करों और प्रशिक्षित संदिग्ध तत्वों के भारत में प्रवेश करने की आशंका को देखते हुए नेपाल सीमा से सटे उत्तर प्रदेश के सात जिलों की 104 पगडंडियों को संवेदनशील मानते हुए इनकी निगरानी बढ़ा दी गई है। उत्तर प्रदेश के इन जिलों में महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, श्रावस्ती, लखीमपुर खीरी, बहराइच और पीलीभीत शामिल हैं।
इन इलाकों मे फैले हुए अवैध मदरसों और पाकिस्तानी फंडिंग से संचालित गतिविधियों ने सुरक्षा एजेंसियों की नींद उड़ाई हुई है। खुफिया एजेंसी की रिपोर्ट के आधार पर एडीजी कानून व्यवस्था अमिताभ यश ने संबंधित जिले के पुलिस अधिकारियों को पगडंडियों की सूची के साथ विशेष सतर्कता और गश्त बढ़ाने के निर्देश दिए हुए है। महाराजगंज और श्रावस्ती में 7-7, सिद्धार्थनगर और बलरामपुर में 5-5, पीलीभीत में 10, लखीमपुर खीरी में 30 और बहराइच में 40 संवेदनशील पगडंडियां हैं।
104 पगडंडियों को संवेदनशील बताया
खुफिया एजेंसियों ने जिन 104 पगडंडियों को संवेदनशील बताया है। उनके जरिए छोटे समूहों में तस्करी और प्रशिक्षित संदिग्ध तत्वों के भारत में प्रवेश करने की आशंका जताई है। इसको देखते हुए एडीजी कानून व्यवस्था अमिताभ यश के निर्देश के बाद पुलिस मुख्यालय से पत्र आने के बाद स्थानीय पुलिस की ड्यूटी बढ़ाने के साथ-साथ खुफिया और सुरक्षा एजेंसी की निगरानी बढ़ाई जा रही है। इतना ही नहीं घर, होटल, रेस्टोरेंट, गेस्ट हाउस में रह रहे लोगों का सत्यापन भी कराया जा रहा है। हाल ही में हुए पहलगाम में हुए आतंकी हमले को लेकर सीमावर्ती थानों की पुलिस पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है।
400 मदरसे जांच के लिए चिन्हित
महाराजगंज के नौतनवा क्षेत्र में सीमा के पास भी नई बैरिकेडिंग लगाई गई है। सीमा क्षेत्र के 400 से अधिक मदरसों को जांच एजेंसियों ने चिन्हित किया है। इन मदरसों में सामग्री की पड़ताल भी की जा रही है, जिसमें स्थानीय पुलिस के साथ-साथ खुफिया एजेंसी जांच कर रही है। स्थानीय पुलिस और खुफिया एजेंसी की जांच में कई मदरसों के विदेशी संपर्क और गैर कानूनी गतिविधियों में शामिल होने की पुष्टि हुई है, जिसके बाद प्रशासन ने इस पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है।
नेपाल के बांके में नेपालगंज स्थित फूल टेकरा मदरसा सुरक्षा एजेंसियों की खास निगरानी में है। यह मदरसा पाकिस्तान से फंड प्राप्त कर रहा है। खुफिया एजेंसियों की रिपोर्ट के मुताबिक ये मदरसा भारत विरोधी विचारधारा का प्रचार और भारत में अस्थिरता फैलाने के लिए ब्रेन वॉश करने के रूप में काम कर रहा है।