इस्लामाबाद, एजेंसी। भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए पहलगाम आतंकी हमले का करारा जवाब दिया है पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में 9 आतंकी ठिकानों पर सर्जिकल एयर स्ट्राइक कर 100 से ज्यादा आतंकियों को ढेर कर दिया गया। ऑपरेशन सिंदूर की जानकारी देने के लिए मीडिया के सामने देश की दो महिला सैन्य अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह पेश हुईं। विदेश सचिव विक्रम मिस्री के साथ ये दोनों अधिकारी भी मीडिया से मुखातिब हुईं और ऑपरेशन सिंदूर की रणनीति, तकनीक और सफलता की कहानी साझा की।
तीनों सेनाओं की संयुक्त कार्रवाई के बाद महिला अधिकारियों का सामने आकर प्रेस को जानकारी देना एक प्रतीकात्मक कदम से कहीं आगे की बात है। देश के इतिहास में पहली बार आर्म्ड फोर्स की दो महिलाएं प्रेस ब्रीफिंग करने आईं। इनमें से एक एयरफोर्स से और सेना से हैं। आइए जानते हैं इन दोनों महिलाओं की कहानी।
कौन हैं कर्नल सोफिया कुरैशी?
गुजरात से ताल्लुक रखने वाली 35 वर्षीय कर्नल सोफिया कुरैशी भारतीय सेना की सिग्नल कोर में अफसर हैं। 1999 में ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी से कमीशन प्राप्त करने के बाद उन्होंने कई अहम पोस्टिंग्स संभाली हैं, जिनमें काउंटर-इंसर्जेंसी ऑपरेशंस भी शामिल हैं। सोफिया का सेना से रिश्ता पीढ़ियों पुराना है। उनके दादा और पिता दोनों आर्मी में थे। 2006 में वह UN पीसकीपिंग मिशन के तहत कांगो में तैनात रहीं।
2016 में रचा इतिहास
2016 में तब लेफ्टिनेंट कर्नल के पद पर तैनात सोफिया कुरैशी ने Exercise Force 18 में भारत की 40-सदस्यीय सैन्य टुकड़ी का नेतृत्व किया। किसी भी मल्टीनेशनल मिलिट्री एक्सरसाइज़ में सेना की टुकड़ी का नेतृत्व करने वाली पहली भारतीय महिला अधिकारी बनीं। यह युद्धाभ्यास न केवल भारत का सबसे बड़ा बहुराष्ट्रीय सैन्य अभ्यास था, बल्कि इसमें 18 देशों की सेनाओं ने भाग लिया। इन देशों में ASEAN राष्ट्रों के अलावा जापान, अमेरिका, चीन, रूस, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड जैसे दिग्गज शामिल थे।
विंग कमांडर व्योमिका सिंह के बारे में जानिए
भारतीय वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह एक अनुभवी हेलिकॉप्टर पायलट हैं। उनके नाम 2500 घंटे से ज्यादा की उड़ान का अनुभव है और वे हर तरह की भौगोलिक परिस्थितियों में उड़ान भर चुकी हैं पहाड़, रेगिस्तान, जंगल, सब जगह। व्योमिका ना सिर्फ तकनीकी रूप से दक्ष हैं, बल्कि ऑपरेशनल मोर्चे पर भी पूरी तरह सक्षम हैं।
कर्नल सोफिया कुरैशी ने क्या बताया?
सोफिया कुरेशी ने बताया कि रात एक बजकर पांच मिनट से एक बजकर 30 मिनट के बीच ऑपरेशन हुआ। पहलगाम में निर्दयता से जिन निर्दोष पर्यटकों को मारा गया, उस के लिए यह ऑपरेशन किया गया। पाकिस्तान में 3 दशकों से आतंकवादियों का निर्माण हो रहा है। हमले के बाद भी यह सामने आया है। हमने पाकिस्तान और पीओके में 9 टारगेट को चुना था और इन्हें हमने तबाह कर दिया। यहां पर लॉन्चपैड, ट्रेनिंग सेंटर्स टारगेट किए गए।