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15 Feb 2025, Sat

DeepSeek के बाद चीन का एक और कमाल, सौलर एनर्जी में 6 साल पहले ही पूरा किया टारगेट

कोलंबो, एजेंसी। चीन कई क्षेत्रों में अपनी तकनीक और नए-नए प्रयोगों से साबित किया है कि वह किसी पश्चिम देश से कम नहीं है। चीन के AI स्टार्टअप DeepSeek ने दुनिया को कैसे हिलाया है, ये खबर तो आपने सुनी ही होगी, लेकिन चीन ने रिन्यूएबल एनर्जी की बात करने वाले सभी देशों को धूल चटाते हुए एक नया रिकॉर्ड अपने नाम किया है। चीन ने पिछले सालों में रिन्यूएबल एनर्जी बनाने में बहुत तेजी दिखाई है और इसने कई बड़े देशों को पीछे छोड़ दिया है।
चीन के राष्ट्रीय ऊर्जा प्रशासन के मुताबिक पिछले एक साल में देश ने 357 गीगावाट सौर और पवन ऊर्जा बनाई है। जो 2023 से क्रमशः 45 फीसद और 18 फीसद ज्यादा है। इतनी एनर्जी एक साल में 357 पूर्ण आकार के परमाणु संयंत्र बनाने के समान है। इस खबर का मतलब है कि चीन रिन्यूएबल एनर्जी के लिए रखे गए 2030 तक 1,200 गीगावाट बिजली बनाने के लक्ष्य को 6 साल पहले ही पूरा कर लिया है। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग 5 साल पहले 2030 तक 1,200 गीगावाट बिजली सौलर और पवनचक्की (Windmill) से बनाने का लक्ष्य रखा था।
चीन का ऐसा करना इसलिए भी खास है, क्योंकि तेजी से हो रहे जलवायु परिवर्तन में चीन का बड़ा योगदान है और इसको लेकर उसे कई पर्यावरण संगठनों द्वारा आलोचनाओं का सामना भी करना पड़ता है। चीन अपनी ऊर्जा आपूर्ति को पूरा करने के लिए बिजली, सीमेंट और कोयले को जलाने पर बहुत निर्भर है।
अमेरिका से आगे निकला चीन
अमेरिका ने 2024 में रिन्यूएबल एनर्जी बनाने में तेजी दिखाई है। अमेरिकन क्लीन पावर एसोसिएशन के डेटा के मुताबिक सौर और पवन ऊर्जा 268 गीगावाट बिजली बनाई है, जो चीन से काफी कम है। चीन की सारी चीजें बनाने में रिन्यूएबल एनर्जी इस्तेमाल करता है, साथ ही इसे बनाने वाले उपकरणों को सबसे बड़ा निर्यातक है। अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी के मुताबिक, यह बैटरी, सौर पैनल और पवन टर्बाइनों सबसे बड़ा एक्सपोर्टर है, साथ ही हाइड्रोजन फ्यूल बनाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले इलेक्ट्रोलाइज़र भी चीन दुनिया के कई देशों को निर्यात करता है।
रिन्यूएबल एनर्जी जलवायु परिवर्तन रोकने के लिए जरूरी
चीन का कुल उत्सर्जन किसी भी अन्य देश के मुकाबले सबसे ज्यादा है। चीन ने ऐसा करके दिखाया है कि वह भी पश्चिमी देशों की तरह जलवायु परिवर्तन को रोकने के लिए रिन्यूएबल एनर्जी की जरूरत को समझ रहा है और तेजी से इस पर काम कर रहा है।

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