नई दिल्ली। दुनिया में हर रोज एक नए जंग का मोर्चा खुल जा रहा है। एक बार फिर इजरायल और ईरान आमने सामने हैं। ये आमना सामना कोई मामूली नहीं है क्योंकि इजरायल ने ईरान पर दनादन मिसाइलों से हमला किया, एयर स्ट्राइक किया और इस हमले में ईरान के कई बड़े सैनिकों को मार गिराया है। सैन्य अधिकारियों की मौत के साथ साथ कुछ न्यूक्लियर साईट्स को भी निशाना बनाया गया है। इस हमले के बाद से ईरान बौखलाया हुआ है। ईरान बदले की कसम खा रहा है। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामनेई ने कहा कि इजरायल शासन ने हमारे देश में एक और अपराध किया है और इसका अंजाम उसे बहुत भारी पड़ेगा। इजरायल कह रहा है कि ये तो पहली खेप थी। ईरान की तरफ से कुछ करने की कोशिश की गई तो दोबारा हमला करेंगे और ईरान को खत्म कर देंगे।
किसी भी तरह से ईरान के पास न्यूक्लियर हथियार नहीं होने चाहिए इस बात को लेकर एक तरफ जहां अमेरिका खड़ा है। तो दूसरी तरफ इजरायल है। यही वजह है कि इस बार इजरायल ने ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला किया। अब इस पूरे मामले पर भारत का भी रुख सामने आया है। ईरान और इजरायल के बिगड़ते हालात के बीच में बयान जारी करके कह रहा है कि दोनों देशों के बीच में जो हालिया गतिविधियां हुई हैं। वो काफी चिंताजनक हैं। भारत लगातार इस बात की निगरानी कर रहा है। भारत ने ने दोनों देशों से किसी भी तरह के तनाव बढ़ाने वाले कदमों से बचने का आग्रह किया है।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि क्षेत्र में सभी भारतीय नागरिकों को सावधानी बरतने, सुरक्षित रहने और स्थानीय सुरक्षा परामर्श का पालन करने की सलाह दी गई है। ईरान और इजराइल के बीच तनाव बढ़ने के बीच विदेश मंत्रालय ने यह बयान जारी किया। खबरों के अनुसार, इजराइल ने ईरान में परमाणु संवर्धन केंद्रों समेत कई जगहों पर हमले किए हैं। विदेश मंत्रालय ने बयान में कहा कि हम ईरान और इजराइल के बीच हाल के घटनाक्रमों पर गहरी चिंता व्यक्त करते हैं। हम परमाणु स्थलों पर हमलों से संबंधित खबरों के साथ ही उभरती स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहे हैं। पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ने की पृष्ठभूमि में भारत ने दोनों पक्षों से किसी भी तरह के तनाव बढ़ाने वाले कदमों से बचने’ का आग्रह किया।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि तनाव कम करने के लिए कूटनीति और संवाद के मौजूदा माध्यमों का इस्तेमाल करना चाहिए। भारत ने इस बात पर जोर दिया है कि वह दोनों देशों के साथ करीबी और मित्रवत संबंध रखता है और तनाव कम करने के वास्ते हरसंभव सहयोग देने के लिए तैयार है। बयान में कहा गया, दोनों देशों में हमारे मिशन भारतीय समुदाय के संपर्क में हैं। क्षेत्र में सभी भारतीय नागरिकों को सतर्कता बरतने, सुरक्षित रहने और स्थानीय सुरक्षा परामर्शों का पालन करने की सलाह दी जाती है।