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18 Apr 2025, Fri

बीजेपी और RSS की गैंग ही करा रही दंगा… नागपुर हिंसा पर सीएम फणनवीस पर भड़के शिवसेना नेता संजय राउत

मुंबई। महाराष्ट्र के नागपुर में औरंगजेब की कब्र को लेकर हुई हिंसक झड़प में अब राजनीतिक आरोप- प्रत्यारोप का दौर शुरू हो चुका है। पहले AIMIM और शिवसेना यूबीटी ने सरकार पर हमला बोला है। शिवसेना नेता संजय राउत का बयान भी सामने आया है। उन्होंने बीजेपी और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर जमकर निशाना साधा है।
नागपुर हिंसा पर शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि नागपुर में हिंसा होने का कोई कारण नहीं है। यह वह जगह है जहां आरएसएस का मुख्यालय है। यह देवेंद्र फडणवीस का निर्वाचन क्षेत्र भी है। वहां हिंसा फैलाने की हिम्मत कौन कर सकता है? हिंदुओं को डराने, अपने ही लोगों से उन पर हमला करवाने और फिर उन्हें भड़काकर दंगों में शामिल करने का यह एक नया पैटर्न है। उन्होंने कहा कि देवेंद्र फडणवीस और बीजेपी के कितने नेता नागपुर से हैं। उनकी गैंग ही दंगा करा रही है और कोई नहीं है। औरंगजेब का जो डर चल रहा है। ये लोग देश को खत्म करने जा रहे हैं।
औरंगजेब के नाम पर लोगों को भड़काया जा रहा- राउत
संजय राउत ने कहा कि औरंगजेब की कब्र को हटाने की क्या जरूरत है। सरकार ही बजरंग दल वालों की है। लोगों को क्यों भड़का रहे हैं। आपको जो चाहिए वो खुद कर लो, आपकी सरकार है। उन्होंने कहा कि बाला साहब ठाकरे के नाम पर ये लोग कुछ भी कर रहे है। उन्होंने कहा कि औरंगजेब के नाम पर लोगों को भड़काया जा रहा है।
गुड़ी पड़वा पर भी दंगे भड़काने की कोशिश – राउत
संजय राउत नागपुर दंगे पर कहा कि अगर मुख्यमंत्री खुद इन दंगों को देखने के बजाय उन्हें रोकने के लिए कार्रवाई करते, तो वे यह नहीं देखते कि दंगाई किस जाति, किस पार्टी या किस गुट के हैं। बल्कि, वे महाराष्ट्र जैसे राज्य में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए कड़े कदम उठाते। उन्होंने आगे कहा कि यह दंगे भड़काने वाले लोग कौन हैं, और ये दंगे क्यों भड़काए जा रहे हैं? कल गुड़ी पड़वा पर भी कुछ लोग दंगे भड़काने की कोशिश कर सकते हैं। कुछ लोग औरंगजेब का नाम लेकर महाराष्ट्र में दंगे भड़का रहे हैं, छत्रपति शिवाजी महाराज के शौर्य का जो स्मारक है, वही सही मायने में महाराष्ट्र की पहचान है।
महाराष्ट्र की जनता को इस षड्यंत्र से सावधान रहना चाहिए। बाबरी मस्जिद का आंदोलन अलग था। बाला साहेब ठाकरे की भूमिका हमें मत सिखाइए। बाला साहेब का हिंदुत्व संघर्ष राम मंदिर के लिए था। मुख्यमंत्री के चुनाव क्षेत्र में बाहरी लोग आकर दंगे भड़का रहे हैं, तो यह गृह मंत्रालय की विफलता है। राज्य में विधानसभा सत्र चल रहा है और ये लोग दंगे फैला रहे हैं।
शांति बनाए रखने की अपील
वहीं सीएम देवेंद्र फडणवीस ने शांति बनाए रखने की अपील की और लोगों से अफवाहों पर विश्वास न करने को कहा। मुख्यमंत्री ने एक बयान में कहा कि पुलिस महल इलाके में पथराव और तनावपूर्ण स्थिति को संभाल रही है। वह पुलिस के लगातार संपर्क में हैं और उन्होंने पुलिस से लोगों के साथ सहयोग करने को भी कहा है। वहीं गडकरी ने फडणवीस के सुर में सुर मिलाते हुए लोगों से प्रशासन के साथ सहयोग करने की अपील की।

शिंदे बोले-औरंगजेब का कलंक मिटना चाहिए, संजय राउत ने कहा- फावड़ा उठाकर जाइए
औरंगजेब विवाद के बीच महाराष्ट्र के नागपुर के महाल इलाके में हुई हिंसा के बाद सियासत गरमा गई है। सूबे के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने उपद्रवियों पर सख्त कार्रवाई करने की बात कही है। साथ ही साथ उन्होंने औरंगजेब की कब्र हटाए जाने की मांग दोहराई है। वहीं, हिंसा को लेकर शिवसेना-यूबीटी के नेता संजय राउत ने देवेंद्र फडणवीस सरकार पर हमला है। उन्होंने दंगे को न रोकने का आरोप लगाया है। एकनाथ शिंदे ने कहा कि अबु आजमी जैसे लोग औरंगजेब का महिमामंडन करते हैं। हमने मांग की, जिसके बाद उनको निलंबित किया गया। रविवार को कांग्रेस के अध्यक्ष ने औरंगजेब की तुलना देवेंद्र फडणवीस जी से की थी, ऐसे लोगों को भी क्या बोलना चाहिए ये समझना होगा। औरंगजेब ने अनेक अत्याचार किए, कई मंदिर तोड़े, फडणवीस तो लोगों का भला कर रहे हैं। ऐसे में तुलना करना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि औरंगजेब कोई संत महात्मा था क्या, ये हमारे महाराष्ट्र का दुश्मन था। इसकी कब्र को क्यों संभालना? संभाजी महाराज के साथ अत्याचार किए, नाखून निकाले, आंखें फोड़ीं, ऐसे औरंगजेब की कब्र को हटाया जाना चाहिए। उसके समर्थन में आंदोलन करने वालों को इतिहास पढ़ना चाहिए, जो देशभक्त होगा वो समर्थन नहीं करेगा। वहीं, शिंदे ने हिंसा को लेकर कहा कि जो लोग पेट्रोल लेकर आए थे उन्हें चिन्हित किया जा रहा है।

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