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17 Jun 2025, Tue

तथ्य बनाम सत्य: 37 बनाम 82 महाकुंभ में हुई मौतों को लेकर अखिलेश यादव ने योगी सरकार को घेरा, कैश में दिए मुआवजे पर भी उठाए सवाल

प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में आयोजित हुए महाकुंभ में भगदड़ मच गई थी, जिसमें सरकार की ओर से बताया गया कि 37 श्रद्धालुओं की मौत हुई। अब एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया कि भगदड़ में 82 लोगों की मौत हो गई। रिपोर्ट सामने आने के बाद समाजवादी पार्टी व यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट करते हुए इस वाक्या को ‘तथ्य बनाम सत्य: 37 बनाम 82’ बताया है।
सपा प्रमुख ने ट्वीट करते हुए कहा, ‘सब देखें, सुनें, जानें-समझें और साझा करें। सत्य की केवल पड़ताल नहीं, उसका प्रसार भी उतना ही जरूरी होता है। भाजपा आत्म-मंथन करे और भाजपाई भी और साथ ही उनके समर्थक भी कि जो लोग किसी की मृत्यु के लिए झूठ बोल सकते हैं, वो झूठ के किस पाताल-पर्वत पर चढ़कर अपने को, अपने मिथ्या-साम्राज्य का मुखिया मान रहे हैं। झूठे आंकड़े देने वाले ऐसे भाजपाइयों पर विश्वास भी विश्वास नहीं करेगा। ’
अखिलेश यादव ने क्या-क्या पूछे सवाल
अखिलेश यादव ने सवाल खड़े करते हुए कहा, ‘सवाल सिर्फ आंकड़े छिपाने का नहीं है, सदन के पटल पर असत्य बोलने का भी है और इस बड़ी बात का भी है कि महाकुंभ मृत्यु-मुआवज़े में जो राशि नकद दी गई, वो कैश क्यों दी गई, वो कैश आया कहां से और जिनमें वो कैश वितरित नहीं हो पाया, वो कैश वापस गया किसके हाथ में, नकदी देने का निर्णय किस नियम के तहत हुआ, नकदी का वितरण किसके आदेश पर हुआ, नकदी के वितरण का लिखित आदेश कहां है, नकदी वितरण में क्या कोई अनियमितता हुई और साथ ही यह भी कि मृत्यु के कारण को बदलवाने का दबाव किसके कहने पर बनाया गया?’
कांग्रेस ने भी उठाए सवाल
वहीं, कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने रिपोर्ट पर कहा, ‘इस जांच रिपोर्ट में बीबीसी ने पाया कि कुंभ भगदड़ में कम से कम 82 लोग मारे गए। यह यूपी सरकार की बताईं 37 मौतों से कहीं ज्यादा हैं। इस रिपोर्ट में 11 राज्यों में 50 से ऊपर जिलों में 100 से अधिक परिवारों से बात की गई है। बहुत विलंब के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने स्वीकारा था कि भगदड़ में 37 लोगों की मौत हुई। मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख रुपए का मुआवजा दिया गया। 26 परिवार मिले जिन्हें 5-5 लाख रुपए कैश के बंडल दिए गए, लेकिन मृतकों की गिनती में उनको शामिल नहीं किया गया। उनसे यह लिखवा लिया गया कि बीमारी या किन्हीं अन्य वजहों से मौतें हुईं। इस पर कितने चरणचुंबक आक्रोशित होंगे, देखते हैं आज कितने डिबेट होंगे इस पर?’
26 मृतकों का लिस्ट में नाम ही नहीं
दरअसल, 29 जनवरी यानी मौनी अमावस्या के दिन कुंभ में भगदड़ मची थी। संगम नोज पर हुई भगदड़ में 37 लोगों के मारे जाने की बात सरकार ने कही थी। पीड़ित परिवारों को सरकार ने 25-25 लाख रुपए का मुआवजा दिया है। मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 26 मृतक हैं, जिनका मृतक लिस्ट में नाम नहीं है। 50 से अधिक जिलों में की गई पड़ताल में ये बात सामने आई है और दावा किया गया है कि इसको लेकर पुख्ता सबूत मिले हैं।

By Prabhat Pandey

प्रभात पांडेय आर्यावर्तक्रांति दैनिक हिंदी समाचार और दिशा एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसाइटी के संस्थापक हैं। निष्पक्ष पत्रकारिता, सामाजिक सेवा, शिक्षा और कल्याण के माध्यम से सामाजिक बदलाव लाने वाले प्रभात पांडेय प्रेरणा और सकारात्मकता के प्रतीक हैं।