गाजा, एजेंसी। इजराइल ने गाजा संघर्ष विराम तोड़ने के बाद गाजा में फिर से सैन्य अभियान शुरू कर दिया है। हवाई हमलों के बाद इजराइल ने सेना को फिर से गाजा पर कब्जा करने के आदेश दिए हैं। खबरों के मुताबिक 50 फीसद पर फिर से इजराइल सेना का कब्जा हो गया है और अब बाकी मिशन को पूरा करने के लिए नेतन्याहू ने गोलानी ब्रिगेड को उतार दिया है।
होलानी ब्रिगेड इजराइल के एलीड सैनिकों की यूनिट है, जो बेहद खतरनाक मिशन को पूरा करने के लिए जानी जाती है। पूरे हफ्ते सेना ने राफा क्षेत्र में बचे हुए आतंकी ढांचे का पता लगाने और उसे नष्ट करने के लिए अभियान चलाया। इस दौरान उन्होंने हथियार भी बरामद किए और आतंकवादियों का सफाया किया। अब गोलानी ब्रिगेड उन ठिकानों को भी ढूंढ निकालेगी जो अभी तक सामने नहीं आए हैं।
कितनी खतरनाक है गोलानी बिग्रेड?
गोलानी बिग्रेड का नाम सुनते ही इजराइल के दुश्मन कांपने लगते हैं। गोलानी ब्रिगेड के सैनिकों को दुश्मन की गर्दनें उतारने में महारत हासिल है। इसक स्नाइपर दूर से ही सटीक हैड-शॉट लेते हैं। गोलानी का काम आतंकी इंफ्रास्ट्रक्चर को ढूंढ उनको नष्ट करना व दुश्मन को पूरी तरह से कमजोर करना है। गोलानी ने अपनी इस क्षमता को कई बार दुनिया को दिखाया है।
IDF ने गाजा में बढ़ाया अपना अभियान
इस हफ्ते की शुरुआत में यह घोषणा की गई थी कि IDF ने शुक्रवार की रात को गाजा में उत्तर और दक्षिण में अपने जमीनी अभियान का विस्तार किया है और बेत हनौन, बेत लाहिया, राफा और मोराग एक्सिस के कई क्षेत्रों पर नियंत्रण कर लिया था। हमास की ताकत और सैन्य ढांचे को पूरी तरह खत्म करने के लिए गोलानी ब्रिगेड को काम सौंप दिया गया है।
दुश्मनों का गला उतारने में माहिर है इजराइल की गोलानी ब्रिगेड, नेतन्याहू ने उसे गाजा में भेजा
