महाकुंभ की तैयारियों को समय पर पूर्ण किए जाने को लेकर लोक निर्माण विभाग प्रतिबद्ध
मेला क्षेत्र के अंदर और मेला क्षेत्र के बाहर तेज गति से परियोजनाओं को किया जा रहा पूरा
कुल 89 परियोजनाओं में से 47 को अब तक किया जा चुका है पूर्ण
शेष परियोजनाओं को 30 नवंबर तक पूरा करने का लक्ष्य किया गया है निर्धारित
महाकुंभ की तैयारियों की स्वयं सीएम योगी कर रहे हैं नियमित मॉनिटरिंग
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार प्रयागराज में सनातन आस्था के सबसे बड़े आयोजन महाकुंभ 2025 की तैयारियों को समय पर पूरा करने के लिए तत्परता से कार्य कर रही है। सभी विभागों को अपनी परियोजनाओं को समय पर पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं। सीएम योगी स्वयं सभी परियोजनाओं की समय समय पर मॉनिटरिंग कर रहे हैं। इसी क्रम में प्रदेश के लोक निर्माण विभाग ने नवंबर माह के अंत तक सभी परियोजनाओं को पूर्ण करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। लोक निर्माण विभाग ने अब तक मेला क्षेत्र और मेला क्षेत्र के बाहर की कुल 89 में से 47 परियोजनाओं को पूरा कर लिया है। वहीं 10 और कार्यों को 15 नवंबर तक, जबकि शेष 32 परियोजनाओं को 30 नवंबर तक पूरे करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
30 नवंबर तक संपन्न होगा कार्य
यदि मेले के बाहर की परियोजनाओं को देखा जाए तो इस पर बहुत तेजी से कार्य हुआ है। इसके तहत कुल 83 परियोजनाओं में से 47 पूरी हो चुकी हैं तो 15 नवंबर तक 10 और परियोजनाएं पूरी की जाएंगी, जबकि 30 नवंबर तक 26 अन्य परियोजनाएं पूर्ण होंगी। मेला क्षेत्र में 6 महत्वपूर्ण परियोजनाओं का कार्य जारी है, जिन्हें 30 नवंबर तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इन सभी परियोजनाओं की कुल लागत 1428.68 करोड़ है।
15 दिसंबर तक पूरा होगा रोड्स का नवीनीकरण और सौंदर्यीकरण
मेला क्षेत्र के बाहर की परियोजनाओं जैसे एयरपोर्ट रोड, रसूलाबाद घाट रोड और फाफामऊ-सहसो रोड का निर्माण कार्य 30 नवंबर तक पूर्ण करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। अन्य प्रमुख कार्यों में 15 प्रमुख चौराहों का विकास 30 नवंबर 2024 तक पूर्ण कर लिया जाएगा। इसी तरह 92 सड़कों का पुनर्नवीनीकरण कार्य 10 दिसंबर 2024 तक पूरा किया जाएगा। इसके अतिरिक्त 17 सड़कों का सौंदर्यीकरण 15 दिसंबर 2024 तक पूरा होगा।
मेला क्षेत्र में तेज गति से हो रहा कार्य
मेला क्षेत्र के विशेष कार्य भी तेज गति से आगे बढ़ रहे हैं। 2,69,000 चेकर्ड प्लेटों की आपूर्ति पूरी हो चुकी है।वहीं, 3308 पाण्टून का उपयोग करते हुए 30 पाण्टून पुलों का निर्माण कार्य भी प्रगति पर है। इसके अतिरिक्त, 12 संवैधानिक भाषाओं और 6 यूएन भाषाओं में 1500 साइनेजेज लगाने का कार्य जारी है। इसी तरह, 488 किमी अस्थाई सड़कों की योजना को भी क्रियान्वित किया जा रहा है। वहीं, 148 पार्किंग क्षेत्रों का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है।