देशभर में केंद्र और राज्य सरकार की तरफ से सरकारी और केंद्रीय कर्मचारियों को समय-समय बड़ा तोहफा दिया जाता रहा है। अब सरकार ने महंगाई भत्ता बढ़ाने से पहले ही राज्य सरकार के कर्मचारियों को बड़ी खुशखबरी दे दी है । राज्य सरकार ने अब सरकारी कर्मचारियों की रिटायरमेंट की उम्र बढ़ाने का प्लान बना लिया है । जी हां।।। सरकारी कर्मचारियों के रिटायरमेंट की उम्र 60 से बढ़कर 65 हो सकती है।
हर व्यक्ति की काम करने की उम्र और क्षमता होता ही, एक उम्र के बाद वह व्यक्ति छोटे-मोटे काम तो कर सकता है लेकिन पहले की तरह एक्टिव होकर और अपनी पूरी क्षमता के साथ अपना काम करने में असमर्थ हो जाता है। ऐसे में वह व्यक्ति सेवानिवृत्त यानी रिटायरमेंट के बारे में सोचता है।
रिटायरमेंट के बाद आप भले ही काम न करें लेकिन आपको जीवन को आगे चलाने के लिए पैसा तो चाहिए ही। रिटायरमेंट का मतलब यह नहीं की आप अपने सपनों को त्याग दें बल्कि रिटायरमेंट का सुख उसमें है जो आप जीवन में करना चाहते थे लेकिन उस वक्त आप काम करने की वजह से कर नहीं पाए। ऐसे में आपको जरूरत है सही रिटायरमेंट प्लानिंग की जो आपको अपने सभी उद्देश्यों और सपनों को प्राप्त करने में मदद कर सकें। एक प्रभावी तरीका जो व्यक्ति रिटायरमेंट प्लानिंग के लिए अपना सकते हैं, उसमें रिटायरमेंट कैलकुलेटर का उपयोग करना शामिल है। ये कैलकुलेटर आपको रिटायरमेंट के दौरान अपनी इच्छित जीवन शैली को बनाए रखने के लिए आवश्यक वित्तीय कोष का निर्धारण करने में मदद कर सकते हैं।
व्यक्ति की फितरत होती है काम करना, इसलिए जब आप काम कर सकते हैं आप काम करते हैं। अगर रिटायरमेंट को अच्छे तरीके से प्लान किया जाए तो आप दूसरों से बहुत पहले काम छोड़ सकते हैं और शेष जीवन आराम से व्यतीत कर सकते हैं।
बुढ़ापा कोई दुर्भाग्य या विपदा नहीं है। यह अवस्था कई रूपों में एक बहुत बड़ा वरदान हो सकती है, क्योंकि आपके पास पूरे जीवन का अनुभव होता है। जब आप बच्चे थे, तो सब कुछ बहुत खूबसूरत था, लेकिन आप बड़े होने के लिए बेचैन थे, क्योंकि आप जीवन को अनुभव करना चाहते थे। अगर आप खुद को अपने अनुभव के दूसरे आयाम में ले जाएं, तो शरीर को संभालना एक आसान काम हो जाता है। तब बुढ़ापा और भी आनंदमय अनुभव हो सकता है।
रोज़गार के दौरान मासिक वेतन की कमी के कारण सेवानिवृत्त पेशेवरों को अक्सर वित्तीय चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। रिटायरमेंट प्लान के साथ, व्यक्ति अपने भविष्य के लिए योजना बना सकते हैं और वित्तीय लाभ प्राप्त कर सकते हैं। लोग जीवन भर के लक्ष्य निर्धारित करते हैं जैसे कि अपना खुद का उद्यम शुरू करना, कोई नया शौक चुनना या नई जगहों की यात्रा करना। इन्हें आगे बढ़ाने के लिए अक्सर कुछ धन या शुरुआती पूंजी की आवश्यकता हो सकती है, इसलिए इन लक्ष्यों को पूरा करने में सक्षम होने के लिए किसी के करियर के दौरान बचत करना महत्वपूर्ण है।
हर व्यक्ति आपने अपने परिवार को सुख देने के लिए पूरी जिंदगी मेहनत करता है। ऐसे में आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए की आपके आराम करने के बाद भी आपके परिवार के लिए पैसे बने रहे। हर साल महंगाई बढ़ती है जिससे चीजें महंगी होती जाती है। जाहिर सी बात है जब तक आप रिटायर होंगे तब तक महंगाई और ज्यादा बढ़ जाएगी। आपको रिटायरमेंट प्लान इसलिए करना चाहिए ताकि आप मुद्रास्फीति में वृद्धि को नियंत्रित कर सके। यह जरूर देखें कि आपने जो सेवानिवृत्ति योजना चुनी है उसमें ‘बढ़ती बीमा राशि’ विकल्प है या नहीं।
वृद्धावस्था में जिंदगी कठिन भले हो जाती है, लेकिन ऐसे कुछ अच्छे कार्य कर इसे बहुत आसान व मजेदार बनाया जा सकता है। इस तरह खुद के लिए सुकून के पल ढूंढ़े जा सकते हैं।
रिटायमेंट प्लान करने से पहले आप यह बजट बनाएं की आपकी वर्तमान आय और व्यय कितना है। आप यह जरूर सुनिश्चित कर लें कि आपके पास बचत करने के लिए पैसे हो। घर खर्च और खाने के अलावा आपको अपने बजट के हिस्से के रूप में सेवानिवृत्ति बचत को शामिल करना चाहिए ताकि आप हर महीने उसके लिए पैसे अलग से रख सकें। कोशिश करें की आप 65 साल की उम्र तक कर्ज मुक्त हो जाएं। किसी भी प्रकार का लोन, जैसे क्रेडिट कार्ड लोन, कार लोन, शिक्षा के लिए लिया गया लोन या फिर कोई और लोन, खत्म कर दें।
बुढ़ापा एक अवस्था है, जिस पड़ाव पर इंसान शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक रूप से कमजोर व लाचार हो जाता है। दूसरों का सहारा लेना या दूसरों पर निर्भर रहना उसकी मजबूरी बन जाती है। ऐसी अवस्था में उसे अपनों के सहारे की बेहद जरूरत होती है, लेकिन आज की भाग-दौड़ भरी जिंदगी में घर-परिवार में बुजुर्गों के लिए किसी के पास स्पेस नहीं है। लेकिन यह भी सच है कि बुजुर्गों ने बदलते हालात से समझौता कर लिया है। अपनी जिंदगी की जंग को लड़ने के लिए कमर कस ली है। अब वे लाचारी, बेबसी, अकेलेपन का रोना नहीं रोते। मौजूदा हालात में ही कुछ मंत्र अपनाकर उन्होंने सुकून ढूंढ़ लिया है, खुद की अलग दुनिया बना ली है।