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24 Feb 2025, Mon

‘मैं अपने दोस्त ट्रंप से मिलने के लिए उत्सुक’; फ्रांस-अमेरिका की यात्रा से पहले बोले पीएम मोदी

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस और अमेरिका की अपनी चार दिवसीय यात्रा पर रवाना हो गए हैं। फ्रांस में वे AI एक्शन समिट की सह-अध्यक्षता करेंगे। वे फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों फ्रांस में पहले भारतीय वाणिज्य दूतावास का उद्घाटन करने और अंतर्राष्ट्रीय थर्मोन्यूक्लियर प्रायोगिक रिएक्टर परियोजना का दौरा करने के लिए मार्सिले भी जाएंगे। फ्रांस के बाद वह राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के निमंत्रण पर संयुक्त राज्य अमेरिका की दो दिवसीय यात्रा पर जाएंगे।
ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में पीएम मोदी की पहली अमेरिका यात्रा
ट्रंप के दूसरी बार राष्ट्रपति बनने के बाद अपनी पहली अमेरिका यात्रा को पीएम मोदी ने द्विपक्षीय संबंधों की सफलताओं को आगे बढ़ाने का अवसर करार दिया। पीएम मोदी ने फ्रांस रवाना होने से पहले कहा कि इस यात्रा से प्रौद्योगिकी, व्यापार, रक्षा, ऊर्जा और आपूर्ति श्रृंखला लचीलेपन के क्षेत्रों सहित अमेरिका के साथ भारत की साझेदारी को और ऊपर उठाने और गहरा करने के लिए एक एजेंडा विकसित करने में भी मदद मिलेगी।
दुनिया को देंगे बेहतर भविष्य
पीएम मोदी ने अमेरिका यात्रा को लेकर कहा कि हम दोनों देशों के लोगों के पारस्परिक लाभ के लिए मिलकर काम करेंगे और दुनिया के लिए बेहतर भविष्य को आकार देंगे। उन्होंने कहा कि मैं अपने मित्र राष्ट्रपति ट्रंप से मिलने के लिए उत्सुक हूं। मेरे पास भारत और अमेरिका के बीच व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी के निर्माण में उनके पहले कार्यकाल में एक साथ काम करने की बहुत अच्छी यादें हैं।
फ्रांस यात्रा के बारे में कही ये बातें
वहीं, फ्रांस यात्रा को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वह राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के निमंत्रण पर फ्रांस का दौरा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह एआई एक्शन समिट की सह-अध्यक्षता करने के लिए उत्सुक हैं। इसमें वे समावेशी, सुरक्षित और भरोसेमंद तरीके से नवाचार और व्यापक सार्वजनिक भलाई के लिए एआई प्रौद्योगिकी के सहयोगात्मक दृष्टिकोण पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे। उन्होंने कहा कि यह यात्रा भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी के लिए 2047 के रोडमैप पर प्रगति की समीक्षा करने का अवसर भी होगी। साथ ही पीएम मोदी ने यह भी बताया कि मैं मजारगुएस युद्ध कब्रिस्तान में उन भारतीय सैनिकों को भी श्रद्धांजलि अर्पित करूंगा जिन्होंने प्रथम और द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान अपने प्राणों की आहुति दी थी।

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