वॉशिंगटन, एजेंसी। यूक्रेन और अमेरिका से युद्ध विराम पर बातचीत करने को लेकर रूस ने बड़ा दांव चला है। बताया जा रहा है कि रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने युद्ध विराम को लेकर बातचीत के दौरान अमेरिका के सामने कुछ शर्तें रखी हैं।
एक रिपोर्ट के मुताबिक रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सूची में यूक्रेन को नाटो की सदस्यता न देने, यूक्रेन में विदेशी सैनिकों को तैनात न करने का समझौता और इस दावे को अंतरराष्ट्रीय मान्यता देने की मांग की है कि क्रीमिया और उसके चार प्रांत रूस के हैं। इन शर्तों को रूस पहले भी यूक्रेन, अमेरिका और नाटो के सामने भी रख चुका है। दरअसल, रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध विराम को लेकर अमेरिकी और रूसी अधिकारियों के बीच पिछले तीन सप्ताह से बातचीत जारी है।
यूक्रेन जता चुका है सहमति
दरअसल, सऊदी अरब के जेद्दा में अमेरिका और यूक्रेन के बीच हुई बैठक में कीव ने अमेरिका के तत्काल अंतरिम युद्धविराम के प्रस्ताव पर सहमति जता दी थी। यह युद्धविराम शुरुआत में 30 दिनों के लिए होगा। अब इस मुद्दे पर रूस की सहमति का इंतजार है। युद्ध विराम पर बातचीत के लिए अमेरिकी अधिकारी रूस जाएंगे।
अब अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप को इंतजार है कि क्या पुतिन इस समझौते के लिए तैयार होंगे? ट्रंप ने कहा कि यूक्रेन युद्ध विराम पर सहमत हुआ है। अब नजरें रूस पर हैं, उम्मीद है कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी इस पर सहमत होंगे। शहरों में लोग मारे जा रहे हैं और विस्फोट हो रहे हैं। हम चाहते हैं कि यह युद्ध समाप्त हो जाए। यह पूर्ण युद्ध विराम है। यूक्रेन इस पर सहमत हो गया है और उम्मीद है कि रूस भी सहमत होगा। युद्ध विराम बहुत महत्वपूर्ण है। अगर हम रूस से ऐसा करवा पाते हैं, तो यह बहुत अच्छा होगा। ट्रंप ने कहा कि यदि मास्को युद्ध विराम पर हस्ताक्षर नहीं करता है तो वह उस पर विनाशकारी प्रतिबंध लगा सकते हैं, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि मुझे आशा है कि इसकी आवश्यकता नहीं पड़ेगी। ट्रंप ने कहा कि मैं वित्तीय रूप से ऐसी चीजें कर सकता हूं जो रूस के लिए बहुत बुरी होंगी। मैं ऐसा नहीं करना चाहता क्योंकि मैं शांति चाहता हूं।