नई दिल्ली। अनुभवी भारतीय बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ लखनऊ सुपर जाएंट्स (एलएसजी) की हार के बाद ऋषभ पंत के खुद को डिमोट करने के फैसले की आलोचना की है। पंत खुद सातवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए आए और पारी की अंतिम गेंद पर मुकेश कुमार ने उन्हें बोल्ड किया। वह दो गेंद खेले और खाता नहीं खोल सके। पुजारा का मानना है कि पंत को बीच के ओवरों में बल्लेबाजी करनी चाहिए, खासकर तब जब उनकी टीम को उनकी सबसे ज्यादा जरूरत है। पुजारा ने यह भी सुझाव दिया कि पंत फिनिशर नहीं हैं और उन्हें एमएस धोनी के रास्ते पर जाने की कोशिश नहीं करनी चाहिए।
पुजारा ने पंत को लेकर क्या कहा?
उन्होंने ईएसपीएनक्रिकइन्फो को बताया, ‘मैं सच में नहीं जानता कि इसके बारे में सोचने की प्रक्रिया क्या थी, लेकिन इसमें कोई संदेह नहीं है कि पंत को ऊपरी क्रम में बल्लेबाजी करनी चाहिए। वह वही करने की कोशिश कर रहे हैं जो एमएस धोनी करते हैं। हालांकि, वह उस स्तर के करीब भी नहीं हैं। मुझे अभी भी लगता है कि पंत ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्हें बीच के ओवरों में बल्लेबाजी करनी चाहिए। छठे से 15वें ओवर के बीच उन्हें मैदान पर आना चाहिए। वह फिनिशर नहीं हैं और उन्हें फिनिशर का किरदार नहीं निभाना चाहिए।’
पंत ने निचले क्रम में आने की वजह बताई
मैच के बाद पंत ने खुद को बल्लेबाजी क्रम में नीचे रखने के पीछे के कारण का खुलासा किया था। उन्होंने कहा, ‘हमारा विचार मौके को भुनाने का था। हमने समद को इस तरह की परिस्थिति का सही इस्तेमाल करने के लिए भेजा था। इसके बाद मिलर आए और हम वास्तव में विकेट में फंस गए। ये ऐसी चीजें हैं जिन्हें हमें समझना होगा और आगे बढ़ने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ संयोजन खोजने की कोशिश करनी होगी।’
पंत अब तक सिर्फ 106 रन ही बना सके
पंत ने कहा, ‘हमें पता था कि हमने 20 रन कम बनाए। लखनऊ में टॉस ने बड़ी भूमिका निभाती है। जो भी पहले गेंदबाजी कर रहा होता है उसे विकेट से काफी मदद मिलती है। हमें बस वहीं रुकना था और टिक कर बल्लेबाजी करनी थी, लेकिन हम ऐसा नहीं कर सके।’ पंत को एलएसजी ने मेगा नीलामी में रिकॉर्ड तोड़ 27 करोड़ रुपये में खरीदा था। उन्होंने अब तक आठ पारियों में 63 के उच्चतम स्कोर के साथ 106 रन बनाए हैं।
‘पंत वही करने की कोशिश कर रहे जो धोनी करते हैं…’, चेतेश्वर पुजारा ने एलएसजी के कप्तान पर साधा निशाना
